सरकारी शिक्षक के झोलाछाप इलाज से राजमिस्त्री हुआ अपंग.. इलाज करवाने के बदले दे रहा धमकियां…

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हिंद स्वराष्ट्र एमसीबी : भरतपुर विकासखंड के एक स्कूल का प्रधान पाठक स्कूल में ही झोलाछाप डॉक्टरी का काम करने लगा उसके झोलाछाप डॉक्टरी का खामियाजा राजमिस्त्री का काम करने वाले युवक को भुगतना पड़ रहा हैं। युवक का हाथ पूरी तरह से काम करना बंद कर चुका है उसकी तीन उंगलियों को काटने की नौबत आ गई हैं।

दरअसल भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले स्कूल के प्रधानाचार्य सीताराम गोड़ स्कूल में ही झोलाछाप डॉक्टर का काम करता था। पिछले महीने स्कूल के पास ही पानी टंकी के बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य कर रहे राजमिस्त्री परमजीत बैगा को लोहे से पैर में चोट लग जाती हैं जिसके बाद उक्त शिक्षक सीताराम गोड़ द्वारा स्कूल परिसर में ही राजमिस्त्री को टिटनेस की इंजेक्शन लगा दी जाती हैं इंजेक्शन के लगते ही राजमिस्त्री का बाया हाथ काला पड़ जाता हैं और हाथ में सूजन के साथ जलन स्टार्ट हो जाती हैं जिसके बाद आनन फानन में परिजन उसे शहडोल के अस्पताल में लेकर जाते हैं जहां से उसे जबलपुर रेफर कर दिया जाता हैं। गरीब राजमिस्त्री के परिजनों द्वारा आज पड़ोस के लोगो से 30 हजार रुपए उधार लेकर के जबलपुर लेकर जाया जाता हैं जहां डॉक्टरों द्वारा उसके हाथ का ऑपरेशन किया जाता हैं और तीन उंगलियों को कटवा लेने का सुझाव दिया जाता हैं और 2 महीने वही रहकर हॉस्पिटल में इलाज करवाने को कहा जाता हैं लेकिन पैसों की कमी के कारण परिजन मरीज को लेकर अपने गांव वापस आ गए हैं और पर्ची के हिसाब से दवाई खरीदकर मरीज को खिला रहे हैं।

शिक्षक के बेटे, दामाद और सहयोगी शिक्षक ने मरीज के परिजनों को दी धमकी

शिक्षक के इस काली करतूत को छुपाने के लिए शिक्षक के बेटे, दामाद और सीताराम के सहयोगी शिक्षक चंद्रप्रकाश द्वारा पीड़ित के परिजनों को उसके घर जाकर धमकाया जा रहा है और इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।

कुंवारपुर चौकी में शिकायत के बावजूद 1 महीने बाद भी नही दर्ज हुई FIR

8 अक्टूबर को पीड़ित के साथ हुई इस घटना के बाद उसके परिजनों द्वारा कुंवारपुर चौकी में जाकर शिकायत दर्ज कराया गया लेकिन 1 महीने बीतने के बाद भी चौकी प्रभारी द्वारा आज तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करवाया गया हैं।

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