देशभर में इस्लामिक संगठन पर एक्शन: सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स में लिखा- 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है…

0

हिंद स्वराष्ट्र नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी और ईडी ने मंगलवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई ठिकानों पर छापेमारी की। दिल्ली के शाहीन बाग में एनआईए ने रेड करके पीएफआई से जुड़े 30 लोगों को हिरासत में लिया है। शाहीन बाग में इस एक्शन के बाद केंद्रीय पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। वहीं महाराष्ट्र से 15, कर्नाटक के कोलार से 6 और असम से 25 पीएफआई कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है। एनआईए और 9 राज्यों की एटीएस एक साथ एक्शन में है।
यह पीएफआई पर छापेमारी का दूसरा राउंड है। पहले राउंड में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इनका नेटवर्क पूरे देश में फैल चुका है। इनके मध्य प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में सिमी से जुड़े होने के भी सबूत मिले। इसके बाद देशभर की इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने पीएफआई नेटवर्क खंगालने की कवायद शुरू की। 20 राज्यों और 100 से ज्यादा शहरों में इनका सर्विलांस शुरू हुआ। पता चला कि पीएफआई को खाड़ी देशों और बड़े मुस्लिम कारोबारियों से चंदा मिल रहा है।
दिल्ली के शाहीन बाग में एनआईए की टीम ने मंगलवार सुबह छापा मारकर 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से कुछ के बारे में एनआईए को पुख्ता सूचना मिली थी, जबकि कुछ को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। इस एक्शन के दौरान पूरे शाहीन बाग में केंद्रीय सुरक्षा बल सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है। शाहीन बाग में ही सीएए–एनआरसी के खिलाफ कई महीने तक लगातार प्रदर्शन हुआ था।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने मंगलवार सुबह गाजियाबाद, मेरठ और बुलंदशहर में छापेमारी कर 16 लोगों को उठाया है। गाजियाबाद से 12, मेरठ से 3 और बुलंदशहर से 1 संदिग्ध को उठाया है। एटीएस को इनपुट मिले हैं कि ये सभी पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े हुए हैं। एटीएस ने यह कार्रवाई सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात की है। एटीएस ने बुलंदशहर में पीएफआई से जुड़े वकील को भी उठाया है।
महाराष्ट्र: औरंगाबाद से 8, ठाणे से 4 गिरफ्तार
एनआईए महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जालना, सोलापुर और परबनी में रेड कर रही है। सोलापुर से एनआईए ने पीएफआई के एक मेंबर को गिरफ्तार किया है। यह पीएफआई के ऑपरेशन्स में शामिल बताया गया है। एनआईए इसे दिल्ली ले जा रही है, जहां इससे आगे की पूछताछ की जाएगी। जांच एजेंसी ने मालेगांव से पीएफआई चीफ मौलाना इरफान नदवी और एक्टिविस्ट इकबाल को गिरफ्तार किया है।
इधर महाराष्ट्र एटीएस ने औरंगाबाद से 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, ठाणे क्राइम ब्रांच ने पीआईएफ से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो लोगों को मुंब्रा से, एक को कल्याण से और एक आरोपी को भिवंडी से गिरफ्तार किया गया है। चारों ही पीएफआई के एक्टिव मेंबर हैं। पुणे और मुंबई से भी पीएफआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां हुई हैं। पुणे पुलिस ने कोंढवा इलाके से एसडीपीआई और पीएफआई से जुड़े 6 लोगों को हिरासत में लिया है।

मध्यप्रदेश एटीएस ने सोमवार रात भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत 8 जिलों में पीएफआई सदस्यों के ठिकानों पर रेड की है। जांच एजेंसी ने 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एटीएस को इन संदिग्धों की जानकारी पूर्व में पकड़े गए 4 आरोपियों की पूछताछ में मिली थी। एटीएस की कार्रवाई अभी जारी है। उज्जैन से पीएफआई के तीन सदस्यों को उठाए जाने की खबर है।
असम: पीएफआई से जुड़े 25 लोगों की गिरफ्तारी
असम के 7 जिलों में कार्रवाई के दौरान पीएफआई के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। असम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि कामरूप ग्रामीण से 5, गोलपाड़ा से 10, करीमगंज से 1, उदलगुड़ी से 1, दरंग से 1, धुबरी से 3, बारपेटा से 2 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। जांच एजेंसियों का एक्शन अभी जारी है।
गुजरात: एटीएस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया
एनआईए और ईडी ने अहमदाबाद, बनासकांठा और नवसारी के पास से 8 लोगों को हिरासत में लिया है। पकड़े गए आरोपियों को एटीएस ऑफिस लाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत में पीएफआई के एक्टिविस्ट पाकिस्तान के पीएफआई संगठन से जुड़े थे। सोशल मीडिया पर निगरानी के बाद गुजरात सहित कई राज्यों के कनेक्शन पता चले थे। एनआईए इस केस की जांच कर रही थी।
इधर गुजरात एटीएस ने सोशल मीडिया पर देश विरोधी पोस्ट के मामले में सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े मामले में कार्रवाई की, जिसके बाद 8 लोगों को हिरासत में लिया गया। ये लोग कुछ सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े हुए थे और वहां आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट किया जा रहा था।
16 साल का पीएफआई यानि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया। विस्तार 23 राज्यों तक। दावा- सोशल वर्क का, लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों की रिपोर्ट्स बताती हैं कि हत्या से लेकर दंगों तक नाम आया। सीएए प्रोटेस्ट के दौरान शाहीनबाग-जहांगीरपुरी से उठी हिंसा यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार तक पहुंची।
पीएफआई ने सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स में लिखा- 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है
पकड़े गए लोगों के पास से मिले दस्तावेज बयां कर रहे थे कि वो हिन्दुस्तान की सत्ता हासिल करना चाहते हैं। इसमें लिखा मिला कि 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मना रहा होगा, तब तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। इस दस्तावेज में ये भी लिखा है कि 10% मुस्लिम भी साथ दें, तो कायरों को घुटनों पर ला देंगे। इसके लिए इनके पास 4 लेयर का पूरा प्लान है। बिहार पुलिस ने 11 जुलाई को बिहार शरीफ में अतहर परवेज को गिरफ्तार किया, तो पता चला कि वह पहले प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का सदस्य रहा है। उसने वहीं किराए के मकान में कई राज्यों से आए लोगों को ट्रेनिंग भी दी है।
पीएफआई को खाड़ी देशों और भारत के बड़े मुस्लिम कारोबारियों से मिल रहा था चंदा
ईडी ने खुलासा किया है कि पीएफआई के हजारों सदस्य खाड़ी देशों में एक्टिव हैं, जो संगठन के लिए धन जुटाने का काम करते हैं। इन पैसों को अबू धाबी के एक रेस्तरां से मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए भारत भेजा जाता था। पीएफआई ने मनी लॉड्रिंग के जरिए पिछले साल 120 करोड़ रुपए जुटाए हैं। पीएफआई का दावा था कि ये पैसे देशभर में दान से जुटाए गए हैं, जबकि ईडी की जांच में पता चला कि संगठन ने फर्जी दान रसीद बनाकर भारत में मनी लॉड्रिंग से धन जुटाया और अधिकारियों को गुमराह किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here