हिंद स्वराष्ट्र भैसामुंडा यूसुफ मोमिन : मूलभूत सुविधाओं के नाम पर यूँ तो सड़क, बिजली, पानी, की सुविधा कागजों पर केवल बेहतर तरीके से विभागीय अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत केवरा के आश्रित ग्राम भैसामुंडा जो बनारस हाइवे पर महान नदी के किनारे बसा है में लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं कहने को तो कहने को तो यह गांव नदी के किनारे बसा है लेकिन उसके बाद भी पेयजल की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है यहां पर सोलर पंप के लिए पाइप लाइन बिछाए गए हैं लेकिन पानी किसी को प्राप्त नहीं हो पा रहा है बस स्टैंड पर एकमात्र हैंडपंप भी है वो भी खराब होकर बन्द पड़ा है जिससे स्थाई ग्रामीण एवं यात्री बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने के लिए बाध्य है कई बार सरपंच एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतापपुर को इस संबंध में अवगत कराया गया किंतु लापरवाही पूर्वक आश्वासन देकर के छोड़ दिया जाता सरपंच ग्राम पंचायत केवरा के द्वारा वार्ड क्रमांक 10 भैंसामुंडा के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ग्रामीणों का कहना है कि बनारस हाईवे मार्ग पर स्थित गांव में उक्त मार्ग से गुजरने वाली सैकड़ों वाहन का स्टॉपेज यहां है किंतु यात्री प्रतीक्षालय के अभाव में आसपास बसे दर्जनों गांव से यात्रा के लिए आने जाने वालों को बेवजह इधर-उधर भटकने पर विवश होना पड़ता है कई बार दुकानदारों द्वारा दुकान के सामने खड़े होने पर भी आपत्ति दर्ज कराई जाती है ऐसी स्थिति में कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाता है। ज्ञात हो की माह दिसंबर में कई अखबारों ने प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया था साथ ही डॉ.अब्दुल मजीद (अल्पसंख्यक कल्याण समिती सद्स्य जिला सूरजपुर एवम ज़िला संयुक्त सचिव ) ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतापपुर एवं अनुविभागीय अधिकारी प्रतापपुर को दूरभाष के माध्यम से सूचित कर समस्या से अवगत कराया था किंतु किसी भी अधिकारी के द्वारा अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया और उपरोक्त समस्याएं ज्वलंत रूप लेकर के बनी हुई है वही ग्रामीणों ने जल्द से जल्द समस्याओं का निदान करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।