हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर में गृहकार्य नहीं करने से नाराज बीएड प्रशिक्षार्थी शिक्षक ने कक्षा आठवीं के बुखार पीड़ित छात्र को डेढ़ सौ बार उठक बैठक कराई। इससे छात्र की हालत गंभीर हाे गई। वह रायपुर के एकता हास्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। मामला सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर स्थित स्वामी आत्मानंद माध्यमिक शाला हिंदी माध्यम का है। पार्वती शिक्षा महाविद्यालय मदनपुर के बीएड फाइनल वर्ष का प्रशिक्षार्थी युवराज यादव अध्यापन कराने का कार्य महीने भर से कर रहा था। नौ सितंबर को कक्षा आठवीं में अध्यापन कार्य कराने पहुंचे बीएड प्रशिक्षार्थी शिक्षक युवराज यादव ने शाला में उपस्थित बच्चों पर गृह कार्य नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की। उसके बाद उसने कक्षा आठवीं की छात्राओं को छोड़कर सभी 27 छात्रों को गृह कार्य नहीं करने पर उठक बैठक की सजा सुनाई।
घटना के बारे में एक छात्र ने बताया कि उठक बैठक के दौरान ग्राम सतपता निवासी छात्र राज कुमार( 13) ने प्रशिक्षार्थी टीचर को बताया कि वह दो दिन से बुखार पीड़ित है। इस कारण वह गृह कार्य नहीं कर पाया और वह उठक बैठक कर पाने में असमर्थ है। इस पर प्रशिक्षार्थी टीचर नाराज हो गया और डांटकर उससे करीब डेढ़ सौ बार उठक बैठक कराई। जबकि बाकी 26 छात्रों से सौ बार से अधिक उठक बैठक कराई। उसके बाद सभी छात्रों के पैर में दर्द होने लगा।
दो दिन बाद बिगड़ी छात्र की तबीयत
छात्र राजकुमार यादव ने डर की वजह से जानकारी अपने स्वजन को नहीं दी। दो दिन बाद स्कूल से लौटते समय वह लड़खड़ा कर गिरने लगा। तब उसका सहपाठी चचेरे भाई ईश्वर उसे साइकिल से घर ले गया और पूरी बात बताई। जानकारी मिलने पर स्वजन ने विद्यालय पहुंचकर नाराजगी व्यक्त की। इस पर विद्यालय प्रशासन ने उनसे शिकायत नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा कि वे उसके उपचार में सहयोग कराएंगे। उसके बाद छात्र के स्वास्थ्य में गिरावट आने पर परिजनों से तत्काल श्री राम हास्पिटल अंबिकापुर ले गए। वहां से उसे अंबिकापुर में ही प्रकाश हास्पिटल रिफर कर दिया गया। वहां भी उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर स्वजन उसे एक निजी चिकित्सक के पास ले गए तो उन्होंने उसे तत्काल रायपुर ले जाने की सलाह दी। उसे शनिवार को सुबह एकता हस्पिटल रायपुर में भर्ती कराया गया है। उसे आइसीयू में रखकर इलाज किया जा रहा है।