हिंद स्वराष्ट्र रायगढ़ : पीएसीएल कंपनी में निवेशकों की डूबी रकम को निकालने के लिए भारतीय प्रतिभूमि एवं विनिमय बोर्ड कोशिश कर रहा है। कंपनी की संपत्तियों को जब्त कर उससे लोगों की राशि वापस करने की योजना है। जब्त संपत्ति में सबसे ज्यादा जमीनें रायगढ़ की हैं। यहां करीब 400 एकड़ जमीन जब्त की गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही पीएसीएल पर कार्रवाई की गई, तब तक कंपनी ने निवेशकों के अरबों रुपए हड़पकर अकूत संपत्ति बना ली थी। जमाकर्ताओं को अच्छे जगहों पर प्लॉट का सपना दिखाया गया और जमीनें कहीं और खरीदी गईं।
ऐसी संपत्तियों को सेबी ने जब्त किया है। इस सूची में छग की 98 संपत्तियां हैं। इसमें सबसे ज्यादा जमीनें रायगढ़ जिले में जब्त की गई हैं। पीएसीएल ने नटवरपुर में करीब 400 एकड़ जमीन खरीदी है जो सेबी की जब्ती में है। इसके अलावा कंपनी ने जगतपुर में भी एक जमीन खरीदी है। रायगढ़ के अलावा पीएसीएल की रायपुर में कृष्णा कॉम्पलेक्स में दुकान, बिलासपुर, पेंड्रा रोड के नेवरी नवापारा, नेवारी, गौरेला, राजनांदगांव के छुईखदान, बस्तर के लोहंडीगुडा, चित्रकोट, जगदलपुर, महासमुंद के चौकबेड़ा, मानपुर, रायपुर के बिंद्रानवागढ़ और गरियाबंद के मुड़ीपानी में भी अचल संपत्ति जब्त की गई है। सूची देखने पर हैरानी होती है कि कैसे पीएसीएल ने नटवरपुर में मसाहती गांव होने के बावजूद धड़ाधड़ जमीनें खरीदीं। एक ही झटके में कई किसानों से जमीनें औने-पौने दामों में क्रय की गईं। कब बिकेगी जमीन, कब मिलेगी राशि सेबी ने इन संपत्तियों को बेचकर निवेशकों को राशि लौटाने की घोषणा की है। पहले चरण में केवल दस हजार रुपए तक वाली जमा राशि को लौटाया जा रहा है । लेकिन इसकी प्रक्रिया बहुत धीमी है। सूची में देश भर में खरीदी गई संपत्तियों की सूची है । देश भर में पीएसीएल की 27,133 संपत्तियों को जब्त किया गया है । सबसे अधिक तमिलनाडु , मप्र , राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और पंजाब में संपत्ति जब्त हुई है।