हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : अंबिकापुर प्रणव भवन में जनजाति गौरव समाज की संभागीय बैठक संपन्न हुई। परमेश्वर सिंह मरकाम संभाग अध्यक्ष की अध्यक्षता एवं आर एस एस के प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर सिदार के मुख्य आतिथ्य में जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास और संगठन को मजबूती प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाने पर चर्चा किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रेम शंकर सिदार ने कहा कि जनजाति समाज को संगठित होकर समाज एवं देश हित में आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे जनजाति समाज का गौरव पूर्ण इतिहास रहा है, यह समाज प्राचीन, विशुद्ध वैज्ञानिक, गौरवशाली परंपरा वाला, रीति रिवाज के साथ निर्दोष भी है और ऐसे समाज से संबंध रखने वाले महापुरुष और हमारे पूर्वज जिन्होंने देश के स्वतंत्रता सहित जनकल्याण में अपना अमूल्य योगदान दिए उन्हें सम्मान के साथ हम स्मरण करते रहें, बहुत से ऐसे सामाजिक कुरीतियां जनजाति समाज में कभी नहीं रही है और जो कुरीतियां है उन्हें दूर करने में समाज को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए, इस समाज को तोड़ने के लिए, बरगलाने के लिए, बांटने के लिए बहुत सारी षड्यंत्र कारी शक्तियां पीछे लगी हुई हैं जहाँ हमे उन्हें सफल नही होने देना है। श्री सिदार ने समाज को अपनी विरासत बचाते हुए आधुनिक समय के साथ सामंजस्य स्थापित करने पर बल दिया। संभागीय सचिव सहदेव भगत ने अपने संबोधन में सामाजिक कार्यों का उल्लेख करते हुए जनजाति गौरव समाज के गठन का उद्देश्य एवं कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। प्रस्तावना एवं स्वागत उद्बोधन में प्रांतीय सचिव राम लखन पैकरा ने कहां कि हमारा समाज आर्थिक सामाजिक राजनीतिक संस्कृति एवं गौरवशाली संरचना से परिपूर्ण और संगठित है और मिलकर हमें आगे बढ़ना है।
इस अवसर पर जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में बंशीधर उरांव, मोहन सिंह टेकाम, डॉ आशुतोष मंडावी, डॉ मुकेश सिंह, संजय सिंह, कमलभान सिंह, चंपा देवी पावले, रेणुका सिंह, पुष्पा सिंह नेताम, शशि कला भगत, कुसुम सिंह, संतोष सिंह, सत्यनारायण सिंह, इंदर भगत, सुरेश मरकाम, तेजबल राम, धनराम नागेश, बिहारी तिर्की, दिनेश सिंह, वासुदेव माझी, उपेंद्र सिंह उरकेरा, उमाशंकर भगत एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।