हिंद स्वराष्ट्र जशपुर : जशपुर के एक किसान को तहसीलदार ने एक करोड़ 81 लाख की वसूली का नोटिस भेजा है। हालांकि नोटिस कौन सी वसूली का है यह तो स्प्ष्ट नही है, पर नोटिस देख कर किसान परिवार सदमे में आ गया है। किसान ने इसकी शिकायत एसपी से की है। मिली जानकारी के अनुसार, जशपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी गणेश नारायण मिश्रा किसान हैं। वे किसान होनेक साथ ही साथ सामाजिक कार्यकर्ता है और पतंजलि आरोग्य केंद्र भी चलाते हैं। किसान मिश्रा ने अपनी प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए बनावटी व फर्जी नोटिस खुद के हस्ताक्षर से जारी करने का आरोप तहसीलदार जशपुर पर लगाया है। किसान ने अपनी शिकायत में बताया है कि 23 जून को तहसीलदार ने एक करोड़ इक्यासी लाख सोलह हजार एक सौ अंठावन रुपये वसूली का नोटिस उनके प्रतिष्ठान में अपने कर्मचारी के माध्यम से भेजा है। साथ ही उनके कर्मचारी ने नोटिस को पढ़ कर जोर जोर से उनके प्रतिष्ठान में पढ़ कर सुनाया है। उस वक्त उनके ग्राहक उपस्थित थे। इसके अलावा नगर में जगह जगह तहसीलदार ने उक्त नोटिस को दिखा कर बकायेदार होना बता कर छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
गणेश नारायण मिश्रा ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद मेरी हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया और तत्काल मेडिकल जाकर दवाई लिया। मिश्रा के अनुसार नोटिस के बारे में सुन कर उनकी पत्नी व बच्चो की भी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और सभी इलाज करवा रहे हैं। गणेश नारायण मिश्रा के अनुसार कोतवाली थाने में उनकी शिकायत नही लेने के चलते उन्होंने एसपी के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।
वही इस मामले में जशपुर तहसीलदार विकास जिंदल का कहना है कि बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा गणेश शंकर मिश्रा से एक लाख इक्यासी हजार वसूली के लिए आरआरसी जारी किया गया था। जिसके चलते तहसीलदार न्यायालय से नोटिस जारी किया गया था। जो लिपिकीय त्रुटि के चलते एक करोड़ इक्यासी लाख हो गया। जिसे दूसरा नोटिस जारी किया गया है।