हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव के भतीजे और धौरपुर के राजा वीरभद्र सिंह उर्फ सचिन सिंह की ट्रेन से गिरने से मौत हो गई। वे गुरुवार की रात दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस में रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे तभी बिलासपुर के बेलगहना के पास यह घटना हुई है। वे लुंड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष और कांग्रेस के नेता थे। जानकारी के अनुसार अंबिकापुर के लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र के धौरपुर में रहने वाले वीरभद्र सिंह गुरुवार को रायपुर में थे। रात में वे रायपुर से अंबिकापुर जाने के लिए दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन में सफर कर रहे थे। वहां उनकी अदालत में पेशी होनी थी। तभी देर रात बेलगहना के पास ट्रेन से गिरने से उनकी मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर पुलिस को ट्रेन से गिरकर युवक के मौत की खबर मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब उनकी पहचान नहीं हुई थी।
बताया जा रहा है कि उनके अंबिकापुर आने की खबर परिजनों को थी। शुक्रवार की सुबह उन्हें लेने के लिए लोग अंबिकापुर स्टेशन पहुंचे थे। जब वे ट्रेन से नहीं उतरे तब उनकी तलाश की गई। उनका फोन भी नहीं लग रहा था। ट्रेन में उनका सामान मिला लेकिन बीरभद्र सिंह नहीं मिले। इसके बाद उनकी तलाश तेज की गई। इसकी जानकारी रायपुर मे दी गई। यहां से बताया गया कि वे अंबिकापुर एक्सप्रेस से रवाना हुए थे। इसके बाद इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
शुक्रवार को GRP को इस हादसे की खबर मिल गई थी लेकिन, तब तक ट्रेन से गिरने वाले युवक की पहचान नहीं हो पाई थी। घटना कोटा थाना क्षेत्र होने की वजह से GRP ने कोटा थाने को सूचना दी थी। इस पर पुलिस कर्मी पटरी किनारे होते हुए शव की तलाश कर रहे थे जिस जगह पर शव मिला है वहां बाइक भी नहीं जा सकती। इसके चलते पुलिस वहां तक दोपहर में पहुंची। शव का फोटो लेकर वायरल करने के बाद उनकी पहचान बीरभद्र के रूप में हुई।
लुण्ड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष बीरभद्र सिंह उर्फ सचिन सिंह और उसके तीन साथियों पर विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर हमला करने का आरोप है। अंबिकापुर के कोतवाली थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज है, जिस पर पुलिस ने उन्हें पहले गिरफ्तार भी किया था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अंबिकापुर में इसी केस में उनकी पेशी थी, जिसमें शामिल होने के लिए बीरभद्र सिंह अंबिकापुर जा रहे थे। तभी यह हादसा हो गया।