हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : जंगल में खुखड़ी बिनने गए युवकों की झाड़ी में छिपे भालू पर नजर पड़ी तो दोनों जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान भालू उन्हें दौड़ाने लगा। एक युवक जान बचाकर भाग गया पर दूसरा गड्ढे में पैर पडऩे से अनियंत्रित होकर गिर गया। इस दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। जान बचाने वह भालू से लड़ा लेकिन भालू ने उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया था। हमले के कारण युवक बेहोश हो गया तो भालू उसे मरा समझ कर वहां से चला गया। इधर परिजन ने उसे गंभीर स्थिति में इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उसकी मौत हो गई। रणवीर टोप्पो पिता रामलाल टोप्पो 25 वर्ष कोरिया जिले के चरचा का रहने वाला था। शनिवार की सुबह रणवीर अपने दोस्त मुकेश के साथ जंगल में खुखड़ी बीनने गया था। खुखड़ी बीनने के दौरान दोनों की नजर झाड़ी में छिपे भालू पर पड़ी। भालू को देखते ही दोनों वहां से जान बचाकर भागने लगे।
इधर पीछे से भालू भी उन्हें दौड़ाने लगा। मुकेश भागने में सफल रहा पर रणवीर का पैर गड्ढे में जाने से वह गिर गया। इस दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू ने अपने नाखुनों से नोचकर रणवीर को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। वह अपनी जान बचाने के लिए भालू के साथ काफी देर तक संघर्ष करता रहा पर सफल नहीं हुआ और बेहोश हो गया। भालू उसे मृत समझ कर वहां से भाग गया। इधर परिजन मौके पर पहुंच कर रणवीर को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए बैकुंठपुर अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।