सरगुजा कमिश्नर जी आर चुरेन्द्र ने जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली, शासन की फ्लैगशिप योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन करने दिए निर्देश…

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हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर फिरोज अंसारी : सरगुजा संभाग कमिश्नर श्री जीआर चुरेन्द्र ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासनिक दायित्व एवं कार्यों का अनुभव साझा करते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारियों को पूरी क्षमता के साथ अपने प्रशासनिक दायित्वों का निर्वाहन करने मोटिवेट किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को सभी विभाग से समन्वय स्थापित कर जनहित में बेहतर कार्य करने निर्देशित किया तथा इसके लिए सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ को प्रखंड स्तर पर निरंतर दौरा करने सुनिश्चित करने कहा। बैठक में कलेक्टर सुश्री इफ़्फत आरा, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, डीएफओ श्री संजय यादव, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम, संयुक्त कलेक्टर श्री शिव बनर्जी, सर्व एसडीएम, राजस्व अमला सहित सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर श्री चुरेंद्र ने राजस्व प्रकरण के मामले में निराकरण करने के लिए कैंप कोर्ट लगाने एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित किया जिससे लोगों की समस्याओं का निराकरण समय में हो सके तथा इसके लिए लोगों को सूचना देने कहा है। उन्होंने रेत के अवैध खनन, परिवहन, वन कटाई पर नियंत्रण करने बेहतर प्रबंधन कर संयुक्त रुप से कार्रवाई करने निर्देशित किया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्मार्ट कार्यालय स्थापित कर बेहतर प्रबंधन करने निर्देशित किया जिससे सभी अभिलेख सही समय पर प्राप्त हो सके। कार्यालय की साफ सफाई व्यवस्था, खरपतवार आदि उगने ना दें। निरंतर जनहित में कार्य करें। उन्होंने सभी एसडीएम तहसीलदार को पटवारी, कोटवार, पटेल से बेहतर कार्य कराने निरंतर संवाद करने प्रेरित किया तथा लोगों की समस्याओं का निराकरण बेहतर हो इसके लिए पटवारियों का मुख्यालय में निवास हेतु सुनिश्चित करने निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन का संवाद निचले स्तर तक बेहतर हो इसके लिए ग्राम पंचायत के अधिकार एवं दायित्व के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने पंचायत पदाधिकारियों से पंचायत के बकाया राशि को वसूली करने निर्देशित किया। उन्होंने लोक प्रयोजन के स्थल से कब्जा हटाने ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर व्यवस्था सुनिश्चित करने निर्देशित किया है। शासकीय भूमि पर कब्जा ना हो इसके बेहतर प्रबंधन के लिए पटवारी कोटवार के माध्यम से निरंतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को मुख्यालय में निवास करने तथा बिना अनुमति के मुख्यालय से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए है।
उन्होंने अधिकारियों को हितग्राहियों का लंबित मुआवजा राशि वितरण प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। गोठान को स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां करवाने के निर्देश दिए और ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कार्यालय को स्मार्ट कार्यालय बनाए नियमित साफ सफाई की व्यवस्था के साथ फाइल का उचित संधारण करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कार्यालय का बीच बीच में अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें और निरीक्षण पंजी में टीप जरुर लिखे । सरगुजा आयुक्त ने अधिकारियों को जल संरक्षण और संवर्धन, पानी बचाने के लिए बेहतर प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने कार्यालय और परिसर में सोखता गढ्ढा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया साथ ही पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के लिए नीम जामुन, अशोक का पेड़ कटहल, फलदार छायादार पौधा लगाने के निर्देश दिए हैं तथा रोपित पौधे के लिए सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था, पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरों की इधर उधर घुमने मवेशियों को एक जगह सुरक्षित रखने के लिए शहरी गौशाला बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नगरी क्षेत्र में नए पौधे लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा पौधे के बेहतर सुरक्षा के लिए मोहल्ला समिति का गठन करने प्रेरित किया।


कलेक्ट्रेट सहित विभिन्न कार्यालयों में झीरम घाटी में हुए शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

कलेक्टर ने अधिकारी कर्मचारियों को राज्य में शांति की टापू बनाने दिलाई शपथ

सूरजपुर/ 25 मई 2022/ राज्य शासन द्वारा 25 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार हुए जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारीगण, सुरक्षा बलों के जवान एवं विगत वर्षाे तथा वर्तमान से नक्सल हिंसा में शहीद हुए अन्य सभी भाईयों-बहनों की स्मृति में 25 मई को प्रतिवर्ष झीरम श्रद्धान्जलि दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त निर्णय के परिपालन में कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने शहीदों की स्मृति में 2 मिनट का मौन धारण कर कलेक्ट्रेट के अधिकारी कर्मचारियों को राज्य में पुनः शान्ति का टापू बनाने हेतु शपथ दिलाई। झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार हुए जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ पदाधिकारीगण, सुरक्षा बलों के जवान एवं विगत वर्षाे तथा वर्तमान में नक्सल हिंसा में शहीद हुए अन्य सभी भाईयों-बहनों के लिए हम श्रद्धान्जलि अर्पित करते हैं। हम छत्तीसगढ़वासी अपने राज्य में अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं। तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं। कि हम सभी प्रकार के नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे। हम छत्तीसगढ़ राज्य को पुनः शान्ति का टापू बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित रहेंगे।
इसी तरह जिला पंचायत सभा कक्ष में जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम एवं विभिन्न कार्यालयों में झीरम घाटी में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर अधिकारी कर्मचारियों को राज्य में शांति की टापू बनाने शपथ दिलाई गई।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु अंतर्गत चिन्हांकित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कैम्प का हुआ सफल आयोजन

24 मई को कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा की अध्यक्षता में तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. एस. सिंह एवं सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. शशि तिर्की के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु का निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर प्रातः 9 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित किया गया जिसमें 521 बच्चों का पंजीयन एवं परीक्षण किया गया। शिविर में हृदय रोग, जनरल मेडिसीन, नेत्र रोग, जनरल सर्जरी, अस्थि रोग, शिशु रोग, फीजियोथेरेपी विशेषज्ञों के द्वारा 0-18 वर्ष के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
हृदय रोग के लिये रायपुर एनएचएमएमआई के डॉ. किंजल वक्शी द्वारा 42 हृदय रोग से संबंधित बच्चों का इकोकार्डियोग्राफी किया गया जिसमें 38 बच्चों के हृदय रोग की पुष्टि हुई। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंक पटेल एवं डॉ. अजय मरकाम द्वारा 381 बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया गया जिसमें 78 बच्चे एसएएम (गंभीर तीव्र कुपोषित) एवं 82 बच्चे एमएएम (मध्यम तीव्र कुपोषित) की पुष्टि की गई तथा 223 जिनको अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानी थी उनका जांच एवं उपचार किया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तेरस कंवर द्वारा 01 जन्मजात मोतियाबिंद तथा 03 अन्य संक्रमण की पुष्टि की गयी तथा रैफर किया गया। शेष 14 अन्य आंख संबंधी रोग का जांच एवं उपचार किया गया। अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास गुप्ता एवं फिजियोथेरेपिस्ट श्रीमती सुमन सिंह ने 12 बच्चों में पैरों की विकृति तथा 14 सेरेब्रल पॉलिसी के बच्चों की पुष्टि की तथा 17 अन्य अस्थि एवं मांस पेशी संबंधित बीमारियों का जांच एवं उपचार किया गया। भेषज विशेषज्ञ डॉ. रोहित पटेल तथा ऑडियोलॉजिस्ट श्रीमती दुर्गा देवांगन द्वारा स्पीच डेसीब्लेटी के 13 जूविनाईल डॉयविटिज के 01, डाऊन सिमड्रोम के 02 तथा कंजनाईट्ल डेफनेस के 01 बच्चों की पुष्टि की गयी। सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. संदीप जायसवाल द्वारा 03 कटे-फटे होंठ तथा अन्य सर्जरी के 03 केसों की पुष्टि की। शिविर आयोजन में चिरायु दल, डीपीएमयू स्टॉफ, एनएचएमएमआई काडिनेटर एनआरसी फिडिंग डिमोस्ट्रेटर श्रीमती हेमलता राजवाडे एवं रूपा सोंधिया, नर्सिंग कॉलेज स्टूडेन्ट्स, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।

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