हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : सुरजपुर में आज भी झोलाछाप डॉक्टरों के दुकान धड़ल्ले से चल रहे है। इन झोलाछाप डॉक्टरों के चलते कई ग्रामीण की जान भी जा चुकी है। इसकी वजह कही न कही स्वास्थ्य विभाग की खामोशी हैं। सूरजपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर की आड़ में झोलाछाप मरीजों के इलाज के नाम पर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किए जा रहे हैं। हिंद स्वराष्ट्र द्वारा बार बार खबरें प्रकाशित किए जाने के बावजूद स्वास्थय विभाग खामोश हैं और उनकी खामोशी का खामियाजा बेचारे भोले भाले ग्राम वासियों को झेलना पड़ रहा हैं। ऐसे ही एक मामला भटगांव थाना क्षेत्र के बुंदिया गांव से सामने आया है, जहां झोलाछाप डॉक्टर इंद्रदेव गुप्ता के इलाज से एक महिला की मौत हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, बुंदिया गांव निवासी 48 वर्षीय राम केली को मामूली सर्दी बुखार था। ऐसे में जरही निवासी झोलाछाप डॉक्टर इंद्रदेव गुप्ता गांव में इलाज के लिए पहुंचा हुआ था। डॉक्टर ने महिला को जैसे ही इंजेक्शन लगाया उसके बाद महिला की स्थिति नाजुक हो गयी। उसके बाद डॉक्टर वहा से चला गया। उसके जान के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई। जिसके बाद मामले की शिकायत मृतका के परिजनों ने भटगांव थाने में की हैं। घटना के बाद से झोलाछाप डॉक्टर फरार हैं जिसकी तलाश की जा रही है।
आपको बता दें कि ऐसा ही एक झोलाछाप दंपती भटगांव में चंद्रा पॉलिक्लिनिक की आढ़ में लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा हैं जिसके पूरे साक्ष्य सीएमएचओ सूरजपुर को दिए गए थे लेकिन आज पर्यंत स्वास्थय विभाग द्वारा मामले पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। आपको बता दें कि अमूल्य चंद्रा काफी रशुखदार व्यक्ति हैं और उनकी पहचान ऊपर तक हैं उनके द्वारा कुछ चाटुकारों को भी अपने संरक्षण में लेकर रखा गया हैं जो जरूरत पढ़ने पर पत्रकारिता की आड़ लेकर न्यूज लगाने वाले पत्रकार को धमकी चमकी और उनके सम्मान को गिराने अनाब शनाब अपने पोर्टल में चला देते हैं। फिलहाल देखने वाली बात यह होगी कि स्वास्थय विभाग इस जान के जाने के बाद होश में आती हैं या मलाई कोफ्ता का आनंद लेती रहती हैं।