हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर फिरोज अंसारी : इन दिनों जिले के सरपंच सचिवों की मनमानी चरम पर है ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत ओढ़गी ग्राम पंचायत रैसरा का है जहां पर केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण योजना मनरेगा के तहत ग्राम के ही झेरा पारा में लगभग मनरेगा योजना के तहत लगभग 20 लाख की लागत की तटबंध का कार्य कराया जा रहा है जबकि मनरेगा के तहत जितने भी कार्य होते हैं सबके निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत ही होता है लेकिन सरपंच सचिव की मनमानी से उक्त कार्य को अपने मनमानी तरीके से एक निजी ठेकेदार को दे दिया गया है गांव के ही सभी ग्रामीणों का आरोप है कि नरेगा के तहत हो रहे तटबंध के कार्य मैं काफी अनियमितता बरती जा रही है और उक्त कार्य को गुणवत्ता हीन सामग्री से कार्य को कराया जा रहा है जबकि कार्य का एक स्टीमेट होता है उक्त कार्य को लीपापोती कर शासन की राशि को बंदरबांट करने में लगे हैं।
वर्तमान में अभी मनरेगा के सभी अधिकारी व कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं ऐसे समय का फायदा उठाते हुए सरपंच और सचिव निजी ठेकेदार को काम देकर बिना मास्टर रोल जारी किए खुद के मजदूर लगा कर आनन-फानन में मनरेगा के तहत स्वीकृत हुए तटबंध कार्य को पूरा कर शासन के पैसे का बंदरबांट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ऐसे में ग्रामीणों द्वारा कोई कोई कार्यवाही ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई।