सूरजपुर : कोल माफियाओं के हौसले बुलंद पुलिस भी बनी मूकदर्शक….

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हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर फिरोज अंसारी : इन दिनों जिले के बिश्रामपुर के एसईसीएल के क्षेत्र रेहर गायत्री परियोजना से सूरजपुर पुलिस के संरक्षण में कोयले की भारी तस्करी अंधाधुन जारी है। कोयले के उक्त काले कारोबार में स्थानीय कुछ बदनाम सुधा लोग गिरोह बनाकर कोयले की तस्करी करा रहे हैं ज्ञात हो कि ईट भट्ठा सीजन में कोयले की काफी डिमांड बढ़ जाती है एक नंबर कोयला खरीदने पर काफी महंगा साबित होता है इसी कारण ईट के कारोबारी पूरी तरह से दो नंबर का काला कोयला खरीद कर ईट भट्टा का संचालन करते हैं वर्तमान में रेहर गायत्री खदान जोकि सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आता है कोतवाली पुलिस की सेटिंग से तस्कर ग्रामीणों को आगे कर कोयला चोरी कराते हैं और फिर खदान से बाहर होकर कांटा बाट लगाकर उनसे 2 या ₹3 की दर से कोयले की खरीदी करते हैं फिर उसी कोयले को₹10 के भाव से 8 या के भाव से ईट भट्ठा को पहुंचा देते हैं ज्ञात हो कि बड़ी बड़ी गाड़ियों के अलावा पिकअप वाली गाड़ियों से भी कोयले की तस्करी स्थानीय भक्तों को को दिया जाता है और तो और कोयले की तस्करी अन्य राज्यों में भी किया जा रहा है अभी कुछ दिन पहले 14 अप्रैल को भद्र नदी के पुल के पास देहरी में डेडरी में अवैध कोयले से लदी एक ट्रेलर वाहन को ग्रामीणों की सूचना पर खनिज अमले ने जप्त कर विश्रामपुर पुलिस की अभी अभीरक्षा में सौंप दिया था जप्त किए गए ट्रेलर में लगभग 400000 मूल्य का 35 टन से अधिक अवैध कोयला लोड था स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रेहर गायत्री में दो अलग-अलग गुट के कोल माफिया कोयले की तस्करी में जुटे हैं स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार एक कोयले का तस्कर अंबिकापुर क्षेत्र का है तो वही दूसरा तस्कर विश्रामपुर का रहने वाला है जो पूरी रात पूरी सक्रियता के साथ कोयले की तस्करी करते हैं थाना प्रभारी बिश्रामपुर प्रशिक्षु आईपीएस को चकमा देकर कोयले की तस्करी कर रहे हैं बताया जाता है कि उक्त लोग पिकअप में कोयले को लोड करा कर एनएच बिश्रामपुर थाना होते हुए भटगांव मार्ग से कोयले तस्करी करा रहे हैं इसी बीच रास्ते में पढ़ने वाले रामनगर झूमर रुनियाडीह दतिमा के अवैध रूप से चल रहे ईट भट्ठा में सप्लाई करते हैं जिससे इन्हें मोटी रकम की कमाई होती है प्राप्त जानकारी के अनुसार एक पिक अप वाहन में लगभग अनुमानित 3 टन कोयला लोड हो जाता है जिससे तस्करों को ₹7000 तक लोड करके उपलब्ध हो जाता है यही कोयला पुलिस की नजरों से बचाकर ईट भट्ठा तक पहुंचते ही इसका रेट लगभग 22 से ₹25000 हो जाता है कोल माफियाओं के द्वारा प्रतिदिन लगभग 5–7 गाड़ियां अवैध कोयला बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं जबकि कोयले की तस्करी थाना बिश्रामपुर के क्षेत्र अंतर्गत आने से थाना प्रभारी बिश्रामपुर प्रशिक्षु आईपीएस संदीप कुमार पटेल ने बताया कि इन्हें इस अवैध कारोबार की जानकारी मिली है जिस पर थाना बिश्रामपुर की नजर है और जल्द ही जल्द से जल्द कोयले की तस्करी में सम्मिलित कोयला तस्करों को बेनकाब किया जाएगा

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