हिंद स्वराष्ट्र समाचारपत्र, प्रशान्त पाण्डेय आरटीओ अम्बिकापुर में लोग अपने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आते हैं और या वो खुद से जानकारी लेकर या किसी बिचौलिए के माध्यम से अप्लाई करते हैं लेकिन आप खुद से अप्लाई करते हैं तो आपको 100 तरह की झंझट और परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन बिचौलिए यही काम सरलता से और काम समय में पूरा कर देते हैं क्योंकि कहीं न कहीं उन बिचौलियों का कुछ कनेक्शन आरटीओ के कर्मचारियों होता है। यदि आप बिचौलिए से अपना लाइसेंस बनवाते हैं तो वो आपसे अपना मेहनताना तो लेते ही हैं क्योंकि वो आपका काम करवा रहे हैं लेकिन अब सवाल ये उठता है की अगर आप अपने मेहनत से ड्राइविंग लाइसेंस बनवा रहे हैं तो भी आरटीओ ऑफिस के बिचौलिए अपना पेट भरने के लिए मुंह खोल के बड़ी ही बेशर्मी से रिश्वत,घुस मांगने में नही शरमाते हैं ऐसा ही एक वीडियो सामने आ रहा है जिसमे आरटीओ अम्बिकापुर के एक कर्मचारी द्वारा जिसका नाम रामनाथ भगत है निर्लजता की सारी हदें पार करते हुए मुंह खोलकर लाइसेंस के बदले घुस की मांग की गई और आवेदक से घुस भी लिया गया।
अब ऐसे में सवाल उठता है की क्या इन कर्मचारियों को अपने सीनियर अधिकारियों का अंश मात्र भी भय नही है क्या या फिर ये सब इनकी सहमति से घुस में निर्धारित कमीशन के आधार पर किया जा रहा हैं।
खैर जब हमने इस बात से जिला आरटीओ अधिकारी को अवगत कराया तो वो एकदम बेतुकी बातें करने लगे और कहा की इस वीडियो के आधार पर मैं कार्यवाही नही कर पाऊंगा यदि आपको कोई परेशानी है तो आप लिखित आवेदन दीजिए , इन सारी बातों को सुनने के बाद उनको वीडियो भेजकर कार्यवाही करने की मांग की गई लेकिन वीडियो भेजे काफी समय बीत जाने के बाद भी कार्यवाही नही होने पर जब उनसे इस बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा की मैने उपर मुख्यलाल को इस वीडियो के बारे में सूचित कर दिया गया है अबतक वहां से कोई करवाही नही की गई है और जब उनसे पूछा गया की अपने उपर किस अधिकारी को सूचित किया है तो जिला अधिकारी देवांगन ने हिमांशु काबरा का नाम बताया है।
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की फर्जीवाड़ा किस सीमा तक है की अम्बिकापुर आरटीओ ऑफिस में रोज सैकड़ों लोग अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आते है और यदि सभी से इस प्रकार की वसूली की जा रही है।