हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर फिरोज अंसारी: सरकारी कर्मचारियों के बच्चे अगर पढ़ते सरकारी स्कूलों में तो इन स्कूलों की हालत शायद इतनी खराब न होती। सूरजपुर जिले के अंतर्गत आने वाली स्कूलों के वीडियो हमारे चैनल द्वारा एक के बाद एक लगाई जा रही है जिसमें स्कूलों की खस्ताहालत को दिखाई जा रही हैं। सभी स्कूलों की हालत लगभग एक समान हैं सभी स्कूलों की छत टूट टूटकर गिर रही हैं सभी की हालत खराब हो गई हैं बरसात के मौसम में इन छतों से पानी टपकता हैं और किसी भी वक्त कोई अनहोनी हो जाने की संभावना बनी रहती हैं। आज की खबर स्कूल भवन ग्राम पंचायत बाक जनपद ओडगी की हैं। जहां स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक बच्चों को एक ही कमरे में पढ़ाने को मजबूर हो गए हैं।
शिक्षकों द्वारा बार-बार जिला शिक्षा अधिकारी को सूचना दिए जाने के बावजूद उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं की जाती है। अगर ऐसी स्थिति में किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना घट जाती है तो गाज शिक्षकों पर गिरेगी जबकि शिक्षकों द्वारा बार-बार स्कूलों की मरम्मत के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को सूचित किया जाता रहा है लेकिन ना जाने क्यों जिला शिक्षा अधिकारी विनोद राय इस मामले में चुप बैठकर बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बच्चे भारत के भविष्य होते हैं उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बेहद ही शर्मनाक हैं। 1 से 5 तक की कक्षाएं अगर एक ही रूम में ली जाएंगी तो यह बताने की आवश्यकता ही नहीं हैं की उन सभी छात्रों को कैसी शिक्षा मिल रही होगी?