हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : स्वास्थ्य विभाग में 20 वाहन चालकों की भर्ती मामले में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के सांठगांठ से हुए घोटाले की सच्चाई सामने आ चुकी हैं। इस मामले को दबाने का भरसक प्रयास जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा हैं। मामले का खुलासा किए जाने के बाद दोषियों पर उचित कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव से हिंद स्वराष्ट्र ने जब बातचीत की तो स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की मीडिया और पब्लिक जागरूक हैं जिन्होंने इस मुद्दे को उठा दिया। भाई भतीजावाद और नियम की बात तार्किक हैं और उचित हैं ऐसे गैरनियमित तरीके से कोई कार्य नहीं होनी चाहिए अगर ऐसी कोई घटना होती हैं तो अवश्य ही जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्यवाही की जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्री का कहना था कि मामले की जांच करवाई जाएंगी और इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ से देखा जाए तो जिन्होंने भी गलती की और नियुक्ति निरस्त करके उन्होंने अपनी गलती सुधार भी ली है किंतु भविष्य में ऐसी कोई घटना ना हो इसके लिए दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि सुरजपुर में कोरोना के समय स्वास्थ्य कर्मचारियों को मूल पदस्थापना से हटाकर अटैचमेंट में कार्य लिया जा रहा था जिन्हें आज पर्यंत अपनी मूल पदस्थापना में नहीं भेजा गया हैं। इस मामले में श्री सिंहदेव का कहना था की शिक्षा विभाग में ऐसा होता हैं इसकी जानकारी उन्हें है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में ऐसा होता हैं उसकी जानकारी उन्हें नही हैं उनका कहना था की कर्मचारियों की जहां कमी होती हैं वहां ऐसे कार्य लिए जाते हैं लेकिन अगर जरूरत से ज्यादा स्टाफ रखकर ऐसा कार्य लिया जा रहा हैं तो यह गलत हैं जिसकी जांच होगी। नवंबर महीने में एएनएम भर्ती के समय 36 अभ्यर्थियों के फर्जी अनुभव पत्र के मामले में आज पर्यंत कोई कार्यवाही न होने के मामले में श्री सिंहदेव ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही किए जाने की बात कही हैं।