शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नागपुर में शासन के नियमों की उड़ाई जा रही धज्जियां,,,परेशान छात्र पहुंचे कलेक्टर के द्वार…

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हिंद स्वराष्ट्र नागपुर : शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला नागपुर के छात्रों द्वारा आज कलेक्टर के नाम आवेदन दिया गया जिसमे छात्रों द्वारा स्कूल के शिक्षकों के ऊपर कई बड़े संगीन आरोप लगाए हैं। छात्रों ने अपने आवेदन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नागपुर के शिक्षकों के द्वारा शासन के नियमों के विपरीत छात्रों से फीस वसूली करने तथा विद्यालय के कुछ शिक्षकों के फर्जी अदिवासी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी किये जाने तथा प्रभारी प्राचार्य के द्वारा किये जाने वाली अनियमितता के सम्बन्ध में जाँच कर कार्यवाही किये जाने हेतु कलेक्टर के नाम आवेदन पत्र सौंपा।

छात्रों ने आरोप लगाया है कि शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला नागपुर के शिक्षकों के द्वारा शिक्षण सत्र 2020-21 व 2021-22 में जिस समय कोरोना संक्रमण के दौरान शासन के द्वारा छात्रों से फीस ना लेने का आदेश दिया गया था उस दौरान भी सभी छात्रों से 600 से 850 रु की वसुली की गई। इसके अलावा छात्रों से ली गई फीस की कोई रसीद भी नहीं दी गई है। जिससे स्पष्ट है कि फर्जी तरीके से फीस की वसूली की गई है। इसके अतिरिक्त छात्रों का आरोप हैं कि उक्त विद्यालय में कुछ शिक्षक फर्जी आदिवासी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी भी कर रहे है। जिस कारण से उक्त विद्यालय के सभी शिक्षकों के जाति प्रमाण पत्र की जाँच किए जाने और फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही कर उन्हें बर्खास्त करने की मांग की।
छात्रों ने बताया कि शाला के प्रभारी प्राचार्य के द्वारा विगत दो वर्षों में वित्तीय गडबडी, सरस्वती साईकल योजना में गड़बड़ी छात्रवृति में अनियमितता की गई है, साथ ही उक्त प्रभारी प्राचार्य के द्वारा स्वीकृत इतिहास के व्याख्याता पद के स्थान पर अस्वीकृत भुगोल के पद कार्यरत है।

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