CM बघेल बोले- सरकारी कर्मचारियों को हफ्ते में 2 दिन छुट्टी, श्रमिकों की बेटियों को मिलेंगे 20 हजार..

0

हिंद स्वराष्ट्र रायपुर : बुधवार को 73वां गणतंत्र दिवस बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग मैदान में मनाया गया। सशस्त्र बल के जवानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया। उन्हें अब हफ्ते में सिर्फ 5 दिन ही काम करना होगा। सरकार ने यह फैसला कर्मचारियों की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए लिया है।

गण को तंत्र का तोहफा
मुख्यमंत्री ने करीब 15 घोषणाएं कीं। इन घोषणाओं के तहत मजदूर परिवारों की बेटियों के लिए मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना शुरू की जाएगी। यानी पहली दो बेटियों के बैंक खाते में सरकार 20 हजार रुपए की राशि जमा कराएगी। शासकीय कर्मचारियों के हित में अंशदायी पेंशन योजना के अंतर्गत राज्य सरकार का हिस्सा 10% से बढ़ाकर 14% किया जाएगा। खेल को बढ़ावा देने के लिए जगदलपुर में शहीद गुंडाधुर स्टेट लेवल तीरंदाजी अकादमी शुरू होगी।

CM की घोषणाओं में यह भी शामिल रहा

  • रिहायशी इलाकों में होने वाली व्यवसायिक गतिविधियों के नियमितीकरण के लिए आवश्यक प्रावधान किए जाएंगे।
  • समस्त अनियमित भवन निर्माण के नियमितीकरण के लिए इसी साल कानून लाया जाएगा।
  • नगर निगम के बाहर निवेश क्षेत्रों में 500 वर्ग मीटर के भूखंड बिना मानवीय हस्तक्षेप के भवन अनुज्ञा जारी की जाएगी।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय पट्टे की भूमि फ्री होल्ड की जाएगी।
  • लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को सरल किया जाएगा। युवा रोजगार के लिए बड़ी संख्या में परिवहन सुविधा केंद्र शुरू किए जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में शुरू की जाएगी।
  • महिला सुरक्षा के लिए प्रत्येक जिले में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा।
  • औद्योगिक नीति में संशोधन कर अन्य पिछड़ा वर्ग में उद्यमिता विकास हेतु 10% भूखंड आरक्षित किए जाएंगे।
  • खरीफ वर्ष 2022-23 से प्रदेश में दलहन फसल जैसे मुंग, उड़द, अरहर इत्यादि की खरीदी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी।

शहीद स्मारक पहुंचे सीएम
कार्यक्रम स्थल से निकलने के बाद CM सीरासार भवन के पास स्थित शहीद स्मारक में पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किए। फिर वहां से गीदम रोड़ पर स्थित शहीद गुंडाधुर की प्रतिमा में पुष्प अर्पित कर सर्किट हाउस चले गए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here