अम्बिकापुर हिंद स्वराष्ट्र : जियो कंपनी के कर्मचारियों ने अपने संभागीय कार्यालय अम्बिकापुर में आकर अपने अधिकारों के हनन को लेकर उच्च अधिकारियों के सामने अपना विरोध जताया। आपको बता दें कि कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी के अधिकारी इन कर्मचारियों के साथ काम कराने के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। कर्मचारियों ने जिन शब्दों के बारे में बताया है उन्हे लिखा भी नही जा सकता परंतु कुछ मानवीय अधिकार ऐसे होते हैं जिसे कोई भी किसी से नही छीन सकता। लेकिन इन कर्मचारियों के साथ ऐसे दुर्व्यवहार करने का अधिकार किसने दिया है ये सोचने वाली बात है।
किसी की आधी तो किसी की पूरी सैलरी काट दी जाती :
इन कर्मचारियों का आरोप है की इन्हे बिना कोई अग्रिम नोटिस इनकी सैलरी काट दी जाती हैं तथा सैलरी काटने के बारे में इनको कोई अग्रिम नोटिस भी इन्हे नहीं दी जाती है। ज्वाइनिंग के समय इन्हे बताया गया था कि इनको केवल 8 घंटे काम करना होगा। जबकि कर्मचारियों से शर्दी,गर्मी,या बरसात दिन रात काम कराया जाता है, तथा एक आदमी के भरोशे बहुत सारे टावर की जिम्मेदारी छोड़ दी जाती है। जिससे कर्मचारियों को काफी समस्या होती है क्योंकि एक टावर से दूसरे की दूरी बहुत ज्यादा होती है,बाबजूद इसके एक कर्मचारी को 100 टावर की जिम्मेदारी दी गई है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की इन कर्मचारियों की दशा कैसी होगी?
कमियों को जल्द दूर किया जाएगा : सीनियर अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों की मांगों को सुनने के बाद कमियों को दूर करने के लिए 24/01/2022 तक का समय मांगा है और उनकी समस्याओं का निवारण करने की बात भी कही है। संभाग के लगभग सभी कर्मचारी अपना विरोध प्रदर्शन करने अंबिकापुर आए हुए थे तथा मांगे पूरी नहीं होने पर और अधिक विस्तृत रूप से अपना विरोध प्रदर्शन करने की बात भी कही थी।
मांगे पूरी नहीं होने पर पुलिस प्रशासन से लेंगे मदद : जिओ कर्मचारियों ने बताया कि उनके सीनियर अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी समस्याओं का निवारण जल्द किया जाएगा लेकिन यदि उनकी समस्या खत्म नहीं होगी तो वो अपनी समस्याओं के लिए प्रशासन का दरवाजा खटखटाएंगे।