अम्बिकापुर (हिंद स्वराष्ट्र समाचार पत्र) आदिम जाति सेवा सहकारी समिति चांदो के पूर्व समिति प्रबंधक सुमित वर्मा वरिष्ठ लिपीक संजय राम व शाखा प्रबंधक कृषण कुमार तिवारी के द्वारा समिति क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के नाम से फर्जी लिमिट व परमीट बनाकर करोडो रुपया का कर्जा किसानों के उपर लाद दिया गया है जिससे किसान यह सोचने को मजबूर हो गय हैं की कर्ज कि अदायगी कहाँ से करें।
ऋण माफी में भी किसान के साथ उक्त अधिकारियों के द्वारा भारी छालावा किया गया है, कर्ज माफी का प्रमाण पत्र किसानों को वितरण नहीं किया गया है, इसलिए की किसानों को ऋण माफी की राशि का सही सही जानकारी हो जाएगा। एक तरफ किसानों से समिति के द्वारा दिये गये ऋण की वसूली विधिवत कि गयी है। जब कि ऋण माफी की सूची में भी किसानों का नाम अंकित है। लेकिन किसानों को ऋण माफी का कोई लाभ नहीं मिला है। ऋण माफी के संबंध में प्रमाण पत्र मागने से उक्त अधिकारियों के द्वारा अभद्रता किया जाता रहा है। इस संबंध में किसानों के द्वारा आय दिन शिकायत किया जाता रहा है, लेकिन उक्त अधिकारियों के द्वारा पैसा से जांच अधिकारियों का मुह सफलता पूर्वक बंद कर दिया जाता है और किसान आज तक मायूस होकर घर में बैठे हैं ।
छ.ग शासन के प्रमुख भूपेश बघेल का मुख्य योजना ऋण माफी योजना जो करीब किसानों को ऋण से मुक्त करना और उपर उठाना था, लेकिन चांदो समिति में छ.ग.शासन के मनसा के विपरित कार्य देखने को मिला है। किसानो को उपर उठाने के बजाये कर्ज से लादकर नीचे ढाकेल दिया गया है। किसान परेशान है सैकडों बार निष्पक्ष जांच के लिये इधर उधर भटक रहें हैं।जांच अधिकारी हमेशा यही आश्वासन देते हैं कि अच्छा जांच होगा कार्यवाही भी अच्छी होगी, दोषी के उपर कडी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी, लेकिन आज तक 3 वर्ष हो जाने के बाद भी ना ही जांच हुआ और ना ही किसी के उपर कार्यवाही हुई, जिससे उक्त अधिकारियो कर्मचारियो का हौसला बुलंद है। समिति में बैठकर केवल फर्जीवाडा ही किए जा रहे हैं।
