पीजी कॉलेज के पास मिली युवती के लाश की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता…

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अम्बिकापुर :– पीजी कॉलेज अहाते से लगे निगम के गार्डन परिसर में 5 नवंबर की सुबह मिली महिला की साड़ी से बंधी लाश की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने सफलता हासिल कर ली हैं। महिला की लाश के पास से आधार कार्ड भी मिला था जिसमें महिला की पहचान दिल्ली के शकूरपुर निवासी के रूप में की गई थी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि लाश मिलने के करीब 200 मीटर दूर ही महिला एक होटल में काम कर रही थी।
गौरतलब है कि लुंड्रा थाना अंतर्गत ग्राम सेमरडीह निवासी संतोष गोंड़ पति करमू 40 वर्ष की साड़ी में लाश 5 नवंबर को अंबिकापुर पीजी कॉलेज परिसर से लगे गार्डन में मिली थी। लाश 3 दिन पुरानी थी तथा उसके पास ही दिल्ली के शकूरपुर का पता दर्ज आधार कार्ड मिला था। इसमें उसका नाम संतोषी करमू लिखा था।
इससे महिला के दिल्ली के होने की जानकारी लगी। पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरु की तो पता चला कि महिला दिल्ली में उक्त पते पर नहीं रहती है।
इसके बाद पुलिस ने और बारीकी से जांच की तो उसकी पहचान लुंड्रा थाना अंतर्गत सेमरडीह निवासी संतोष 40 वर्ष के रूप में पहचान हुई। बताया जा रहा है कि वह करीब 15-16 वर्ष पूर्व घर छोड़कर कमाने दिल्ली चली गई थी, यहां ही उसने आधार कार्ड बनवाया था।


ट्रक के खलासी ने की हत्या


दिल्ली से लौटने के बाद महिला अंबिकापुर के बबलू हलवाई के साथ कैटरिंग में काम करती थी। करीब 1 महीने से वह पीजी कॉलेज के मुख्य गेट से लगे राजवाड़े होटल में काम कर रही थी। वह शराब पीने की आदी थी। 1 नवंबर की रात वह नशे में हल्ला कर रही थी, जब स्टाफ ने मना किया तो वह वहां से चली गई। इसी बीच कुछ दूरी पर ट्रक का क्लीनर बतौली थाना अंतर्गत ग्राम देवरी डूमरडीह निवासी राहुल उर्फ अविनाश सिंह गोंड़ पिता तौहर सिंह 21 वर्ष खाना बनाकर सोने जा रहा था। उससे शराब पिलाने बोली।
शराब पीने के बाद उसने खलासी से 1 हजार रुपए मांगे, नहीं देने पर बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी। इससे गुस्सा होकर खलासी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और साड़ी में शव बांधकर निगम के गार्डन में फेंक दिया।

हत्या की गुत्थी सुलझाने कई टीमों का किया गया था गठन

हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया था। वहीं हत्यारे की सूचना देने वालों के लिए 5 हजार रुपए का इनाम भी रखा था। पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसी बीच पुलिस को 1 नवंबर की रात करीब 11 बजे खलासी के साथ शनि मंदिर की ओर आते-जाते दिखी थी।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी राहुल उर्फ अविनाश सिंह गोंड़ पिता तौहर सिंह 21 वर्ष को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि वह मृतिका को एक माह से जानता था। मर्डर की आगे की कहानी भी उसने ही पुलिस को बताई।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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