अंबिकापुर : – अंबिकापुर जिला सरगुजा के गांधी नगर थाना अंतर्गत चठीरमा ग्राम में स्थित व्यापारी मेडिकल विवादों से हटने को नाम ही नहीं ले रही हैं। व्यापारी मेडिकल का एक और कारनामा देखने को मिल रहा है व्यापारी मेडिकल जिसका संचालन अजीत व्यापारी के द्वारा किया जाता है जहां अजीत व्यापारी के बेटे विशाल व्यापारी द्वारा एक महिला मरीज को बोतल चढ़ाया जाता है जिसके बाद उसकी तत्काल मृत्यु हो जाती है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार महिला को उल्टी दस्त हो रहा था जिसके बाद उसे इलाज के लिए व्यापारी मेडिकल लेकर जाया गया जहां पर मेडिकल स्टोर के बगल में बने रूम पर उसे बतौर भर्ती के रूप में लेते हुए उन्हें ड्रिप चढ़ाया गया साथ ही साथ ओआरएस का घोल दिया जाता है। ड्रिप अजीत व्यापारी के बेटे विशाल व्यापारी द्वारा चढ़ाया जाता है। और विशाल व्यापारी की लापरवाही एवं नासमझी के कारण उक्त महिला की तत्काल मौके पर ही मृत्यु हो जाती हैं।
हम आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही अंबिकापुर एसडीएम प्रदीप साहू द्वारा अवैध अस्पताल जहां अजीत व्यापारी अपने व्यापारी मेडिकल स्टोर की आड़ में अपने अवैध अस्पताल में ग्रामीण मरीजों का इलाज करता है और बिना किसी जांच के इंजेक्शन और बोतल चढाता हैं,को सील कर दिया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार मृतिका धनेश्वरी केरकेट्टा पति रामेश्वर राजवाड़े उम्र लगभग 40 वर्ष निवासी महेशपुर ढोडीपारा जोकि गंगापुर प्रयास हॉस्टल के पास संतोष मिंज के मकान में किराए से रहते थे। रामेश्वर राजवाड़े अपनी पत्नी धनेश्वरी केरकेट्टा को व्यापारी मेडिकल स्टोर कम हॉस्पिटल ज्यादा में इलाज के लिए लेकर जाता है, और इलाज में लापरवाही के कारण इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु हो जाती है। महिला के मौत के बाद उसके दाह संस्कार के समय विवाद की स्थिति बन जाती है और मामले को बढ़ता देख मामला स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से थाना पहुंच जाता है जहां पर पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए मर्ग क्रमांक 45 /21 धारा 174 जा फ दर्ज करते हुए मामले का विवेचना करती हैं जिसमें जांच उपरांत डायरी गांधीनगर थाना को सौंप दी जाती है।
पुलिस पर लग रहा है पैसे लेकर मामले को दबाने का आरोप –
इस तरह के गंभीर मामले को व्यापारी मेडिकल के संचालक अजीत व्यापारी द्वारा पुलिस के ऊपर मोटी रकम देकर मामले को दबाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है की व्यापारी मेडिकल के संचालक अजीत व्यापारी का लड़का विशाल व्यापारी इस तरह कई लोगों के साथ इलाज के नाम पर बड़ी समस्या उत्पन्न कर चुका है इस तरह के मामले को दबाने एवम अपने लड़के को जेल जाने से बचाने के लिए अजीत व्यापारी द्वारा पुलिस और हर उस व्यक्ति को जो उसके बेटे के द्वारा किए गए कृत्य को सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें खरीदने की कोशिश की जा रही हैं।
जांच के नाम पर गुमराह कर रहे पुलिस? –
जिस तरह से मामले की गंभीरता एवं लापरवाही सामने आ रही है और ऐसे में भी पुलिस के द्वारा मेडिकल स्टोर संचालक के ऊपर एफआईआर दर्ज ना करना एवं सिर्फ मर्ग कायम कर जांच की बात करना कहीं ना कहीं पुलिस को सवालों के घेरे में लाती है। पुलिस पर पैसे लेकर मामले को दबाने का जो आरोप आम लोगों के द्वारा लगाए जा रहे हैं..कहीं इसमें सत्यता तो नहीं है।
विशाल व्यापारी किस हैसियत से मेडिकल दुकान एवं अघोषित हॉस्पिटल में कर रहा काम –
मिली जानकारी के अनुसार विशाल व्यापारी जोकि व्यापारी मेडिकल के संचालक अजीत व्यापारी का लड़का है उसने मेडिकल से जुड़ी किसी भी प्रकार कोई पढ़ाई नहीं की हैं जिसके सहारे वो मेडिकल स्टोर और अघोषित हॉस्पिटल का संचालन कर सके लेकिन बेखौफ होकर मेडिकल स्टोर में बैठकर बगल के रूम में बने हॉस्पिटल में आम ग्रामीणों का बतौर इलाज के नाम पर ठगी एवं मरीज को मौत के मुंह में पहुंचाने का रास्ता दिखाता हैं । साथ ही मामले को बिगड़ता देख अन्य बड़े हॉस्पिटल में इलाज कराने का सलाह देता है। इस तरह ग्रामीणों का उसके ऊपर आरोप है की पहले मरीजों से अनाप-शनाप इलाज कर पैसा ठग लेता है उसके बाद मरीज का हालत बिगड़ता देख जिला चिकित्सालय या अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाने की बात करता है जोकि अत्यंत दुखदाई है ।