ऐसा कैसे चलेगा टीआई महोदय थाने से अपराधी फरार और आपको इसकी खबर भी नहीं।

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अम्बिकापुर में एक ट्रैक्टर पर दो लोगों द्वारा अकारण हमला किया जाता है तथा ट्रैक्टर में तोड़फोड़ कर ट्रैक्टर ड्राइवर के साथ मारपीट कि जाती है,जिसकी सूचना प्रार्थी द्वारा पुलिस को देने के बाद 112 में 2 पुलिसकर्मी आते है और दोनों अपराधियों को गांधीनगर थाना के हवाले किया जाता है।
जिसमे एक अपराधी को पुलिस द्वारा धारा 151लगाकर कार्यवाही की जाती है और दूसरा अपराधी पुलिस की मौजूदगी में थाने से फरार हो जाता है और दिन में सोती गांधीनगर पुलिस को इस बात का पता तक नहीं चलता है।

मामले को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जा रहा है थाना प्रभारी अनुप एक्का
जब हमने गांधीनगर थाना प्रभारी अनूप एक्का से इस बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि प्रार्थी द्वारा मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने के लिए दो अपराधियों का नाम लिया गया है जबकि अपराधी एक ही था।
परंतु उसी केस में फरार अपराधी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है और उसपे कानूनी कार्यवाही की जाती है.. अब सवाल ये है कि क्या थाना प्रभारी अनूप एक्का और उनके पुलिस कर्मियों द्वारा किस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि थाना प्रभारी के मुताबिक अपराधी एक ही था अब ऐसे में सवाल यह उठता है की भागे अपराधी को पकड़ कर पुलिस अपनी नौकरी बचा रहे हैं या किसी निर्दोष को बली का बकरा बना रहे हैं।


क्या गांधीनगर थाना के पुलिस वालों को थाने में बैठे अपराधियों ध्यान नहीं होता या वो खुली आंखों से दिन में सपने देखते रहते हैं जो उन्हें ईस बात का भी होश नहीं रहता कि थाने से अपराधी भाग चुका है।

ऐसे सम्हालेंगे कमान नए प्रभारी साहब
नए थाना प्रभारी को आए कुछ ही दिन हुए हैं और थाने में अराजकता का माहौल है किसी एसआई को और नहीं खुद थाना प्रभारी को इस बात का पता होता है कि अपराधी एक है या दो यहां अपराधी भाग चुका है।यदि भागे हुए अपराधियों द्वारा प्रार्थी पर जानलेवा हमला किया जाता क्या कोई अनहोनी घटना घटित होती तो इसका जिम्मेदार कौन होता, ऐसे में सवाल ये उठता है क्या ऐसे प्रभारी संभालेगे थाना की जिम्मेदारी।
मीडिया कर्मियों द्वारा इस मामले में जांच कर रहे अधिकारी का नाम थाना प्रभारी से पूछा गया तो उन्हें भी नहीं पता था कि जांचकर्ता अधिकारी कौन है जबकि जांचकर्ता अधिकारी उन्हीं के थाने का है जब अपने थाने में घटने वाली घटनाओं का ही पता नहीं है तो कैसे सम्हलेंगे नए प्रभारी साहब कमान जब उन्हें किसी बात का कुछ पता ही नहीं है वह अपनी ड्यूटी कितनी अच्छी तरह से निभा रहे हैं इसी बात से पता चलता है कि उन्हें कुछ पता ही नहीं है।

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