शुभम दुबे
अयोध्या
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है.
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संवाददाताओं से कहा कि निमंत्रण सूची बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के. परासरन एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ ‘निजी तौर पर चर्चा’ करके तैयार की गई है.
उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वो सभी उपस्थित रहेंगे. इनके अलावा शहर के भी कुछ गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है. साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक डाक टिकट भी जारी करेगी जोकि मंदिर के डिजाइन पर आधारित है. चंपत राय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिसर में ‘पारिजात’ का पौधा भी लगाएंगे।
इसके अलावा कुछ कारसेवकों के परिवार के सदस्यों को भी निमंत्रण दिया गया है. कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है.
गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को भी न्योता भेजा गया. भूमिपूजन में अशोक सिंहल परिवार से महेश भागचन्दका और पवन सिंहल मुख्य यजमान होंगे. मुख्य यजमान ही पूजन की सभी विधियों को आचार्यों के निर्देश पर पूरा करते हैं.
बता दें कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी श्री राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. ज्यादा उम्र के कारण आडवाणी-जोशी को निमंत्रण नहीं दिया गया क्योंकि वो आने की स्थिति में नहीं थे. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी भूमि पूजन में शामिल नहीं होंगे, ज्यादा उम्र के कारण चंपत राय ने उनसे निवेदन किया है।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में सरयू तट पर मौजूद रहेंगी लेकिन कोरोना के चलते भूमि पूजन में शामिल नहीं होंगी।