हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : जिले में आज दोपहर एंटी करप्शन ब्यूरो सरगुजा की टीम ने रामानुजनगर थाने में पदस्थ एएसआई माधव सिंह व उसके एक सहयोगी मोहमुद्दीन को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल जमीन विवाद के मामले में दो पक्षों में हुई मारपीट मामले में एक पक्ष के खिलाफ धारा बढ़ाने के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत मांगी गई थी, और मोलभाव के बाद सौदा 10 हजार में तय हुआ था। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी थी।
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना अंतर्गत ग्राम सुरता में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर 20 दिन पूर्व विवाद हुआ था। विवाद के बाद जनपद सदस्य शिवमंगल सिंह के भाई पर ग्रामीणों ने टांगी से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था जिनका इलाज रायपुर के अस्पताल में जारी हैं। पीड़ित पक्ष द्वारा रामानुजनगर थाने में अपराध दर्ज कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने सामान्य मारपीट व गालीगलौज की धाराएं लगाई थीं। मामले में शिवमंगल सिंह ने थाने में संपर्क किया तो थाने में पदस्थ एएसआई माधव सिंह ने मामले में धारा 307 जोड़ने के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत शिवमंगल सिंह ने एसीबी अंबिकापुर से कर दी। एसीबी की टीम ने फोन पर बात कर रिश्वत मांगने की तस्दीक कराई। फोन में बातचीत के दौरान एएसआई माधव सिंह 10 हजार रुपये लेकर धाराएं बढ़ाने के लिए तैयार हो गया। बुधवार दोपहर अंबिकापुर से एसीबी डीएसपी प्रमोद कुमार खेस की टीम रामानुजनगर पहुंची। शिवमंगल सिंह केमिकल लगे 10 हजार रुपये लेकर थाने में पहुंचे। एएसआई माधव सिंह द्वारा अपने सहयोगी मोहमुद्दीन के हाथों रिश्वत की रकम 10 हजार रुपये लिया गया। जैसे ही उन्होंने एएसआई माधव सिंह को रिश्वत की रकम दी। एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों धर दबोचा। एएसआई माधव सिंह एवं सहयोगी मोहमुद्दीन को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 12 के तहत अपराध दर्ज किया है।