हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : जिले में कई पटवारियों की कार्यशैली को लेकर समय-समय पर राजस्व महकमे की फजीहत होती रही है। अक्सर शिकायत प्रकाश में आती है कि कथित पटवारी मुख्यालय से गायब रहते हैं। बिना पैसे काम नही करते है। कई पटवारियों के विरुद्ध चार सौ बीसी के मामले भी दर्ज हो चुके है। राजस्व महकमे में भारी भ्रष्टाचार की शिकायतें मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक की जा चुकी है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बावजूद राजस्व विभाग में गोलमाल का खेल बदस्तूर जारी है। ऐसा ही एक मामला जिले के दूरस्थ बिहारपुर तहसील इलाके से प्रकाश में आया है। इससे राजस्व विभाग में कसावट लाने के राज्य सरकार के दावों की पोल खुल गई। दरअसल शराब के नशे में एक पटवारी छत्रपाल लकड़ा तहसील कार्यालय बिहारपुर पहुंच गए। पटवारी को तहसील कार्यालय के सामने रोककर महुली समेत कोल्हुआ व खोईर के ग्रामीणों ने जमकर आक्रोश का इजहार किया। नशे में धुत्त पटवारी को ग्रामीणों ने काम न करने और काम करने के एवज में पैसों की मांग करने को लेकर जमकर खरी खोटी भी सुनाई। पूरे घटनाक्रम का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल होने पर तहसीलदार की जांच में घटना की पुष्टि होने पर पटवारी को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर बिहारपुर तहसील के पटवारी हल्का नंबर सात का पटवारी छत्रपाल लकड़ा अपनी मोटरसाइकिल से शराब के नशे में तहसील कार्यालय बिहारपुर पहुंचा था। तहसील कार्यालय बिहारपुर के सामने काम नहीं होने से नाराज ग्राम महुली समेत कोल्हुआ व खोईर के ग्रामीणों ने पटवारी को घेर लिया। पटवारी के शराब के नशे में होने और ग्रामीणों का जायज काम नही करने को लेकर पटवारी को जमकर लताड़ लगाते हुए अपनी नाराजगी का इजहार किया। ग्रामीणों का आरोप था कि पटवारी अपने मुख्यालय से नदारद रहते है। मोबाइल पर बात करने पर नशे में अभद्र व्यवहार करते है। बिना पैसे किसी का काम नही करते है। राजस्व संबंधी कार्यो के लिए ग्रामीण काफी परेशान है। उन्होंने हल्का पटवारी पर अनेकों गंभीर आरोप लगाए।
इस संबंध में बिहारपुर तहसीलदार संजय राठौर ने बताया कि इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो की तत्काल जांच की गई। जांच में वास्तविकता की पुष्टि होने पर उन्होंने तत्काल जांच प्रतिवेदन एसडीएम भैयाथान को प्रेषित किया। इस पर एसडीएम सागर सिंह ने आरोपित पटवारी छत्रपाल लकड़ा को निलंबित कर दिया है।