हिंद स्वराष्ट्र अंबिकापुर : शहर के एक आदतन बदमाश की आत्महत्या के बाद परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिले में इन दिनों आदतन व निगरानीशुदा बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। नए सिरे से सूची अद्यतन की जा रही है। इसी क्रम में एक आदतन अपराधी विकास प्रजापति के विरुद्ध दर्ज प्रकरणों की संख्या भी अधिक है। इसी कारण उसे भी थाने ले जाकर पूछताछ की गई और यह जानने का प्रयास किया गया था कि वर्तमान में युवक कौन सा काम कर रहा है। उसकी गतिविधियों को लेकर पूछताछ करने के साथ ही पुलिस ने उसके फिंगर प्रिंट भी लिए थे। युवक की मां भी थाने पहुंची थी। रात में युवक को छोड़ दिया गया था। रात में कथित रूप से युवक ने घर आकर स्वजन को पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। घरवालों के जागने की स्थिति में ही उसने फांसी लगाने का प्रयास किया था लेकिन स्वजन की समझाइश पर वह शांत हो गया था। भोर में उसने फिर से फांसी लगा ली। फंदा संभवतः खुल गया था इसलिए युवक नीचे गिर गया था। जब स्वजन कमरे में पहुंचे तो घटना का पता चला। युवक की बहन ने ही स्कूटी से युवक को मिशन अस्पताल पहुंचाया। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद स्वजन ने आत्महत्या के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। विवाद की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो, डीएसपी अखिलेश कौशिक, नगर निरीक्षक मनीष सिंह परिहार मौके पर पहुंचे। वही मृतक की मां व बहनों का आरोप है कि थाने ले जाने से पहले घर के पास ही युवक से मारपीट की गई। थाने ले जाने के बाद रुपयों की मांग की गई। रुपये नहीं देने पर जिला बदर की कार्रवाई कराने की धमकी दी गई।
मृतक की मां का आरोप
मृतक की मां का आरोप है कि वह खुद थाने पहुंची थी। उनके सामने युवक को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। अभी उसके विरुद्ध कोई प्रकरण नहीं है। मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के कारण ही युवक ने यह कदम उठाया है। मृतक की चार बहनों में से एक बहन की पहले मौत हो चुकी है। एक भाई भी है। मृतक नशे का भी आदी था। चोरी,मारपीट की घटनाओं में वह संलिप्त था। नशीली सामग्री बिक्री का भी आरोप था। आपराधिक गतिविधियों के कारण ही उसे थाने ले जाया गया था।