हिंद स्वराष्ट्र रायपुर : कांग्रेस के रायपुर प्लेनरी सत्र में विपक्षी एकता की सियासी दिशा पर मंथन करने के साथ ही पार्टी ने अदाणी समूह पर लगे आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग को अपने राजनीतिक प्रस्ताव का अहम हिस्सा बनाने का फैसला किया है। विपक्षी दलों के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर लोकतांत्रिक व्यवस्था को लगातार कमजोर किए जाने का मुद्दा भी राजनीतिक प्रस्ताव में प्रमुखता से शामिल होगा।
रायपुर प्लेनरी सत्र में शामिल होंने 15,000 डेलिगेट
बता दें कि महंगाई और अर्थव्यवस्था की चुनौतियां जहां आर्थिक प्रस्ताव का हिस्सा होंगी वहीं युवाओं, सामाजिक न्याय से जुड़े विषयों पर भी अलग-अलग प्रस्ताव होंगे। इसमें बढ़ती बेरोजगारी से लेकर किसानों के सवालों को प्लेनरी के प्रस्ताव का हिस्सा बनाया जाएगा। कांग्रेस का 85वां प्लेनरी सत्र रायपुर में 24 से 26 फरवरी तक होगा और इसमें पार्टी के करीब 15,000 डेलिगेट तीन दिनों तक भविष्य की राजनीतिक चुनौतियों की दशा-दिशा पर मंथन करेंगे।
कांग्रेस के लिए अहम है प्लेनरी सत्र
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, संचार महासचिव जयराम रमेश और छत्तीसगढ की प्रभारी कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा ने प्लेनरी की तैयारियों पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद हो रहा प्लेनरी सत्र पार्टी के लिए बेहद अहम है। राहुल गांधी की यात्रा से मिली उर्जा को कांग्रेसजन आगे बढ़ाते हुए 2024 के लिए पूरी शिद्दत से जुटें इस पर प्लेनरी में चर्चा होगी, क्योंकि यात्रा ने देश के वर्तमान मुद्दों की तस्वीर साफ कर दी है।
वेणुगोपाल ने कहा कि विपक्ष को काम नहीं करने दिया और देश को पूर्ण तानाशाही की ओर ले जाने का प्रयास हो रहा, इस हालत में भारत जोड़ो यात्रा ने विपक्ष की लड़ाई को आगे बढ़ाया है। इसीलिए कांग्रेस के प्लेनरी का थीम भी ”हाथ से हाथ जोड़ो” ही रखा गया है, जो भारत जोड़ो यात्रा के बाद देशभर में चल रहे पार्टी के सियासी अभियान का नाम भी है।
कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव से लेकर प्लेनरी के चर्चा के एजेंडे पर उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को संचालन समिति की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। 2005 में हैदराबाद में हुए प्लेनरी के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस महाधिवेशन दिल्ली के बाहर हो रहा है। वेणुगोपाल ने रायपुर प्लेनरी को 2024 चुनाव के लिहाज से मील का पत्थर करार भी करार दिया।
प्लेनरी सत्र के बाद रायपुर में होगी रैली
कुमारी सैलजा ने कहा कि 15,000 प्रतिनिधियों में 1338 अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के प्रतिनिधि और 487 सहभागी हैं। इस तरह एआईसीसी के कुल 1825 प्रतिनिधियों के साथ 9915 प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रतिनिधि और 3000 सहभागी हैं। इसमें कांग्रेस के सभी जिला अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है। एआईसीसी प्रतिनिधियों में 501 की उम्र 50 साल से कम की है, तो महिला प्रतिनिधियों की संख्या 235 है। कांग्रेस कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने कहा कि 26 फरवरी को प्लेनरी के समापन के बाद पार्टी की एक बड़ी रैली भी रायपुर में होगी।