हिंद स्वराष्ट्र रायपुर : दुर्ग जिले के एक निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही से 10 माह के बच्चे की जान चली गई हैं। घटना की शिकायत के बाद दुर्ग पुलिस ने हॉस्पिटल के 7 डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द करने का आदेश जारी कर दिया हैं।
दरअसल पूरा मामला भिलाई 03 के सिद्धिविनायक हॉस्पिटल का हैं। जहां डॉक्टरों की लापरवाही से एक बच्चे की जान चली गई हैं। जिसके बाद परिजनों की शिकायत पर मामले की जांच स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा करवाई गई और मामले की सच्चाई सामने आने पर हॉस्पिटल का मान्यता रद्द कर दिया गया है वहीं आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली गई है। पुलिस द्वारा मामले में एक प्रेस नोट जारी किया गया हैं। प्रेसनोट में लिखा गया हैं कि प्रार्थी डिकेश कुमार वर्मा पिता महेश कुमार वर्मा निवासी सागर पारा देववतीया के पुत्र शिवांश वर्मा उम्र 10 माह को सर्दी जुकाम होने से दिनांक 27.10.2022 को ईलाज हेतु सिद्धिविनायक बच्चों का अस्पताल सिरसागेट चौक भिलाई 03 में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टर एस. आर. प्रसाद के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होने से आईसीयू में भर्ती कर ईलाज किया जा रहा था दिनांक 31.10.2022 को बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ने से अस्पताल में ईलाज के दौरान बच्चे की मृत्यु हो जाने की सूचना पर थाना पुरानी भिलाई में मर्ग क्रमांक 106/2022 धारा 174 द.प्र. सं. कायम कर शव का पंचानामा कार्यवाही पश्चात पीएम कराया गया। उक्त घटना के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा समिति गठन कर घटना के संबंध में जांच किया गया, जांच पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. संगीत राज प्रसाद, शिशुरोग विशेषज्ञ एवं आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. दुर्गा सोनी, डॉ. हरिराम यदु, डॉ. गिरीश साहू, एवं नर्सिंग स्टाफ श्रीमती आरती साहू, कुमारी निर्मला यादव के द्वारा बच्चे के ईलाज में लापरवाही बरतने पर दोषी होना पाया गया। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पश्चात उपरोक्त सात आरोपीगणों के विरुद्ध थाना पुरानी भिलाई में दिनांक 16.11.2022 को अपराध क्रमांक 523/2022 धारा 304ए भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।