नपा ने पिलखा क्षीर दुग्ध विक्रय केंद्र को किया सील, प्रतिदिन 12 हजार का हो रहा नुकसान…

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हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : जिले में दम तोड़ती पिलखा क्षीर दुग्ध उत्पादन योजना में नगरपालिका की कार्रवाई आखिरी कील साबित हो रही है। नगरपालिका ने नगर में पिलखा क्षीर दुग्ध विक्रय केंद्र को सील कर दिया है। जाहिर तौर पर सीलिंग की कारवाई किराए को लेकर है। लेकिन इस सीलिंग से नगर में सरकारी दुग्ध की किल्लत हो गई है। वर्ष 2018 में तत्कालीन कलेक्टर केसी देवसेनापति के प्रयास से सिलफिली में पिलखा क्षीर की नींव रखी गई थी। इसका मकसद स्थानीय पशु पालकों को उनके दुग्ध उत्पादन को बाजार के साथ सही दाम उपलब्ध कराना व जिले के लोगो को दूध उपलब्ध कराना था। लेकिन समय के साथ यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। गत दिनों तत्कालीन कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने इस योजना में रुचि ली थी तब फिर से पटरी पर दौड़ रही थी। अब नगर में पिलखा क्षीर के दूध विक्रय के लिए खुले केंद्र को नपा ने बीते 2 अगस्त को सील कर दिया है। यहां विक्रय का काम महिला समूह सूर्योदय समिति द्वारा किया जा रहा था। महिला समूह का कहना है नपा द्वारा उन्हें विगत कई वर्षों से परेशान किया जा रहा था। 2 अगस्त को बगैर किसी सूचना के नपा द्वारा दुकान सील कर दिया गया जिससे उनका तमाम समान जैसे फ्रीजर, रेफ्रिजरेटर सहित दही, पनीर, मटर, खोवा आदि दुकान में जब्त जैसे हो जाने से खराब हो गए। इससे समिति को लाखों का नुकसान हो गया है। इसके अलावा दुकान बंद हो जाने से लोग दूध दही के लिए भी परेशान हैं। इस दुकान के बंद हो जाने से पिलखा क्षीर को भी प्रतिदिन नुकसान हो रहा है। दम तोड़ती पिलखा क्षीर की यह दुकान जैसे रीढ़ की हड्डी थी। महिला समूह का कहना है कि जब यह दुकान खुली थी तब उन्हें किराया नि:शुल्क बताया गया था, बावजूद इसके उन्होंने नपा को बाकायदा किराया दिया है। नपा ने फिलहाल किराए की बात को लेकर ही दुकान सील कर दिया है जबकि वे किराया देने को तैयार हैं।
समूह की महिलाओं ने इसके लिए नपा व जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई है पर कोई सुनने वाला नही है। इससे वे परेशान हैं। महिलाओं ने बताया कि इससे उनके साथ कई अन्य काम करने वाले लोग भी बेरोजगार हो गए है।

दुकान को लेकर आरोप
पिलखा क्षीर की इस दुकान को लेकर यह भी आरोप है कि यहां दूध के अलावा शराब आदि भी बेचे जा रहे थे। इसकी शिकायत पर तहसीलदार ने छापा भी मारा था पर शिकायत निराधार मिली। महिला समूह की अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें बदनाम करने के लिए कुछ लोगो ने यह चाल चली थी पर जब शिकायत बेबुनियाद साबित हुई तो किराए के बहाने को लेकर बिना किसी सूचना के उनकी दुकान सील कर दी गई।

प्रबन्धक ने लिखा पत्र
पिलखा क्षीर के प्रबंधक ने सीएमओ को पत्र लिख कर दुकान शुरू कराने का आग्रह किया है। प्रबन्धक ने पत्र में कहा है कि दुकान बंद होने से प्लान्ट को प्रतिदिन 12 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा है नपा विधिवत किराया लेकर दुकान संचालन में सहयोग करें साथ ही जब्त सामानों को वापस करें।

समूह ने भी लिखा है पत्र
पिलखा क्षीर संचालन करने वाली सूर्योदय समिति की महिलाओं ने पत्र लिख कर सामान देने की मांग करते हुए दुकान सील करने की वजह बताने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि उन्हें दुकान संचालन में दिक्कतों को देखते हुए कम से कम उनके सामान वापस किए जाएं और वे किराया देने को भी तैयार हैं, नपा उन्हें अवसर दे।

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