ताइवान ने शनिवार को कहा कि चीन का सैन्य अभ्यास हम पर हमले की तरह लग रहा है, क्योंकि चीन के कई युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि ताइवान के सशस्त्र बलों को सतर्क किया गया है कि द्वीप के आसपास हवाई और नौसैन्य गश्ती दलों को भेजा गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जमीन से मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों को तैयार रखा गया है। चीन ने इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद यह कहते हुए सैन्य अभ्यास शुरू कर दिए थे कि उनकी यात्रा ने ‘एक चीन नीति’ का उल्लंघन किया है।
गौरतलब है कि ताइवान पर चीन अपना दावा जताता है और उसने धमकी दी है कि जरूरत पड़ने पर वह बलपूर्वक इस द्वीप को अपने कब्जे में ले लेगा। ताइवान की ‘सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने बताया कि सेना ने शुक्रवार रात तटीय किनमेन काउंटी क्षेत्र में चार ड्रोन उड़ते हुए देखे। ताइवान का मानना है कि ये चार ड्रोन चीन के थे और इन्हें किनमेन द्वीप समूह के आसपास समुद्री क्षेत्र में उड़ते हुए देखा गया। इसके जवाब में ताइवान की सेना ने हवा में गोलीबारी की। प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार ताइवान
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने ट्वीट किया, ‘हमारी सरकार और सेना चीन के सैन्य अभ्यास पर करीबी नजर रख रही है और जरूरत के अनुसार प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लोकतांत्रिक ताइवान का समर्थन करने और क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति में तनाव बढ़ने से रोकने की अपील करती हूं।’ किनमेन ताइवान के शासन वाला द्वीप समूह है। यह फुजियान प्रांत स्थित चीन के तटीय शहर शियामेन से महज 10 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। चीन का सैन्य अभ्यास गुरुवार को शुरू हुआ था और इसके रविवार तक चलने की संभावना है।
वैश्विक चिंताओं पर भारी पड़ रहे आपसी मतभेद
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को कहा कि चीन को जलवायु संकट जैसे अहम वैश्विक मामलों पर वार्ता में अड़ंगा नहीं लगाना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के चलते चीन नाराज है और शुक्रवार को सैन्य मामलों व जलवायु सहयोग सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर अमेरिका के साथ संपर्क काट दिया। ब्लिंकन ने कहा, ‘हमें अपने दोनों देशों के बीच मतभेदों के कारण वैश्विक चिंता के मामलों पर सहयोग में अड़ंगा नहीं लगाना चाहिए।’
मिसाइल प्रोडक्शन की निगरानी करने वाले अधिकारी की मौत
इधर, चीन ने अमेरिका से डिफेंस पॉलिसी कोऑर्डिनेशन पर बातचीत रद्द करने का ऐलान किया है। साथ ही यूएस के साथ समुद्र में सैन्य सहयोग पर भी रोक लगा दी है। चीन के साथ जारी तनाव के बीच शनिवार को ताइवान के मिसाइल प्रॉडक्शन से जुड़े एक बड़े अधिकारी की अचानक मौत हो गई। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इसकी वजह से ताइवान की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा है। ओउ यांग ली सिंह ताइवान के मिसाइल उत्पादन की निगरानी करते थे। अधिकारियों ने कहा है कि 57 साल के ली सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो गई।