हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : देश भर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन सरगुजा जिले में एक सार्वजनिक शौचालय में पोस्ट ऑफिस का संचालन हो रहा है। शौचालय (Toilet) की इस बिल्डिंग में ही ड्यूटी करने पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी आ रहे हैं। इससे बड़ी विडंबना और क्या हो सकती है किसार्वजनिक शौचालय को कैसे पोस्ट ऑफिस में बदल दिया गया। वहां से गुजरने वाले लोग उसे शौचालय ही समझते हैं लेकिन भवन के ऊपर लिखा गया नाम पढऩे पर इसका पता चलता है। यह शौचालय भवन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल यह मामला सरगुजा जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर अंबिकापुर-दरिमा पर स्थित ग्राम पंचायत सखौली का है। यहां हाट बाजार में स्थित सार्वजनिक शौचालय को पोस्ट ऑफिस में बदल दिया गया है। क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। बाहर से शौचालय जैसा दिखने वाले इस भवन में भीतरखाने जाने पर नजारा अलग है।
पोस्ट ऑफिस भवन के संबंध में पोस्ट मास्टर ओम कुमार का कहना है कि भवन नहीं होने की वजह से पहले एक घर में पोस्ट ऑफिस संचालित था। लेकिन अधिकारियों के मना करने के बाद पशु चिकित्सालय में पोस्ट ऑफिस खोला गया। इसी बीच अचानक सरकार का फरमान आने के बाद पशु चिकित्सालय को धान खरीदी केंद्र में बदल दिया गया। इसकी वजह से पोस्ट ऑफिस वहां से हटाकर शौचालय भवन में संचालित किया जा रहा है।
अतिरिक्त भवन नहीं होने के कारण किया गया ऐसा
गांव की सरपंच प्रमिला सिंह ने कहा कि अतिरिक्त भवन नहीं होने के कारण लोगों की सुविधा के लिए सार्वजनिक शौचालय को पोस्ट ऑफिस में बदल दिया गया है। कई दिनों से शौचालय का भवन खाली था, इस कारण उपयोग में लिया गया।
भवन काफी छोटा, काम में होती है दिक्कत
इधर ग्रामीणों का कहना है कि सार्वजनिक शौचालय का भवन काफी छोटा है। यहां हितग्राहियों की काफी भीड़ हो जाती है, ऐसे में वहां खड़ा रहने में परेशानी होती है। इसके अलावा कार्य करने में पोस्ट मास्टर को भी दिक्कत होती है।