हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : विगत महीने की 24 तारीख की रात करीब 9 से 10 के दरमियानी शराब के नशे में धुत्त एक तहसीलदार द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाते हुए अपनी कार से एक गर्भवती गाय को अपनी चपेट में ले लिया और इसके बाद अनियंत्रित कार द्वारा सड़क किनारे स्थित एक होटल को भी अपनी चपेट में लेकर होटल को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार गर्भवती गाय के दो पैर बुरी तरह से टूट गए जिसका तहसीलदार द्वारा उपचार भी नही करवाया गया। बताया जा रहा हैं की होटल संचालक को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति तहसीलदार द्वारा कर दी जाती है। आपको बता दें कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद पुलिस द्वारा मामला दर्ज भी नहीं किया जाता है और मामले को दबा दिया जाता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार अपने मित्रों के साथ अपनी कार से कहीं जा रहे थे इसी दौरान लापरवाहीपूर्वक कार चलाने और उनके नशे में होने के कारण उनकी गाड़ी अनियंत्रित हो जाती है और सड़क पर बैठी गर्भवती गाय को कुचलते हुए सामने अशोक होटल में जा टकराती है इस दुर्घटना में होटल और तहसीलदार की कार बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं। इस दुर्घटना में गर्भवती गाय के दोनों पैर टूट जाते हैं। जिसके बाद होटल संचालक की क्षतिपूर्ति कर दी जाती है, लेकिन बेजुबान गाय को तड़पने के लिए सड़क पर ही छोड़ दिया जाता हैं।
दुर्घटना के बाद मामले को दबाने के लिए दुर्घटनाग्रस्त कार को पुलिस ग्राउंड में ही खड़ी कर दी जाती हैं लेकिन शराबी तहसीलदार के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही की जाती हैं।
जब इस मामले में हमारे द्वारा तहसीलदार का पक्ष जानने जानने का प्रयास किया गया तब तहसीलदार द्वारा एक्सीडेंट की बात को स्वीकार किया गया। उनका कहना था कि कार उनके ड्राइवर द्वारा चलाया जा रहा था और उन्होंने घायल गाय का इलाज करवा दिया हैं….