हिंद स्वराष्ट्र चिरिमिरी – कोरिया का रहने वाले व्यावसायी युवक की लाश लॉज के कमरे में फांसी पर लटकते हुए मिली। युवक रायपुर जाने निकला था और वैलेंटाइन डे पर उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने आखिरी बार उससे 13 फरवरी को बात की थी। उसके फोन नहीं उठाने पर परिजन उसे खोजते हुए बिलासपुर पहुंचे। युवक के आत्महत्या के पीछे प्रेम प्रसंग को कारण बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है। थाना प्रभारी रवींद्र यादव ने बताया कि घटना सोमवार शाम करीब पांच बजे की है। उन्हें गोलबाजार स्थित जगदीश लॉज से फोन आया कि एक युवक की लाश कमरे में मिली है। खबर मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
इस दौरान युवक के दोस्त आयुष विश्वकर्मा और युवती सुमांगी उसे खोजते हुए पहुंचे थे। पूछताछ में पता चला कि रवि सिंह पिता स्व. संतोष सिंह कोरिया जिले के बैकुंठपुर का रहने वाला था और अपने मामा राजकुमार सिंह के साथ कंस्ट्रक्शन और बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर का काम करता था।
12 फरवरी से आया था युवक
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि रवि सिंह 3 फरवरी को अपने घर से रायपुर जाने निकला था। इस दौरान वह रायपुर में ग्राइंडर लेने गया था। यहां परिजन ने उससे बातचीत भी की थी। 12 फरवरी को वह रायपुर से बैकुंठपुर जाने के लिए निकला था। लेकिन, बैकुंठपुर नहीं पहुंचने पर परिजन परेशान थे और उसकी जानकारी जुटा रहे थे। वैलेंटाइन डे पर लगाई फांसी, इसलिए प्रेम प्रसंग हो सकता है आत्महत्या का कारण। पुलिस को शक है कि युवक ने वैलेंटाइन डे के दिन फांसी लगाकर आत्महत्या की है। ऐसे में पुलिस को शक है कि युवक के आत्महत्या का कारण प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। पुलिस ने लॉज के कमरे को सील कर दिया है।
परिजन के आने पर उनकी मौजूदगी में शव को फंदे से उतार कर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा
13 फरवरी को किया था कॉल, बंद मिला मोबाइल
पुलिस ने रवि सिंह के मामा राजकुमार सिंह से बातचीत की, तब पता चला कि वह घर का इकलौता बेटा था।
उसके मामा ही उनके देखरेख करते थे। रायपुर से लौटने के बाद 13 फरवरी को रवि ने अपने परिजन को मोबाइल से कॉल किया था। तब वह ठीक था और बढ़िया बातचीत कर रहा था। इसके बाद उसका मोबाइल बंद मिला, तब परेशान परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। उन्होंने मंगलवार की सुबह उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट भी दर्ज कराई है।
एडवांस लेने के लिए दरवाजा खटखटा रहे थे लॉज के कर्मचारी
पुलिस की पूछताछ में लॉज के कर्मचारियों ने बताया कि 12 फरवरी को रूम किराए में लेने के बाद वह कमरे में ही था।
एडवांस रकम भी जमा नहीं किया था। सोमवार को कर्मचारियों ने एडवांस राशि लेने के लिए दरवाजा खटखटाया। लेकिन, वह दरवाजा नहीं खोला। इधर, मंगलवार को उसे खोजते हुए दोस्त पहुंचे, तब उसके फांसी लगाने की जानकारी होटल कर्मियों को मिली। इस मामले में होटल के कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आई है।