सुरजपुर हिंद स्वराष्ट्र समाचार पत्र
सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत सुंदरगंज में एक शराबी शिक्षक के द्वारा शराब का सेवन करके बच्चों को पढ़ाने की बात सामने आई थी जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने उक्त शराबी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शिक्षक हर किसी मायने में एक जिम्मेदार और बहुत ही पूज्यनीय होता है क्योंकि घर के बाद एक शिक्षक ही होता है जो बच्चों को सही मार्गदर्शन देता है शिक्षक का कार्य केवल बच्चों को पढ़ाना ही नहीं बल्कि उनकी जिंदगी को सही आकार में ढालना भी होता है लेकिन कुछ ऐसे मामले भी आते हैं जो शिक्षकों को बदनाम करते हैं नामिक साय आंडिल जैसे कुछ बदनाम चेहरे भी है जो शिक्षा जगत को पूरी तरह से शर्मसार करते हैं। ऐसे शिक्षकों की जगह स्कूलों में नहीं नशा मुक्ति केंद्र में होनी चाहिए। कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को ऐसे शिक्षकों के भरोसे नहीं छोड़ सकता जो शराब पीकर स्कूल आता हो एवं बच्चों को गलत शिक्षा देता हो।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आज संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सरगुजा संभाग अम्बिकापुर ने कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी , जिला सूरजपुर ( छ.ग. ) के अनुशासनात्मक कार्यवाही की हैं। उक्त कार्यवाही 16 दिसम्बर के परीक्षण उपरांत नामिक साय आंडिल , उ 0 श्रे ० शिक्षक, शासकीय माध्यमिक शाला सुन्दरगंज , विकास खण्ड सूरजपुर जिला सूरजपुर ( छ.ग.) को विद्यालयीन समय में शराब सेवन कर शाला में उपस्थित होने के कारण छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के उल्लंघन का प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत् तत्काल प्रभाव से शासकीय सेवा से निलंबित कर दिया है । निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सूरजपुर जिला सूरजपुर , छत्तीसगढ़ नियत किया गया है । निलंबन काल में शराबी शिक्षक को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।