मुंबई :– मुंबई में दक्षिण अफ्रीका से आए 4 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनके सैंपल्स को जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजा गया है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि ‘एट रिस्क’ देशों से आने वाले यात्रियों का RT-PCR अनिवार्य किया गया है।
वहीं, ओमिक्रॉन के खतरे के बीच दिल्ली में एट रिस्क देशों से आए 4 और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उन्हें लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंदर जैन ने कहा कि विदेश से आने वाले हर यात्री के लिए एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य होगा।
ओमिक्रॉन के खतरे पर राज्यों के साथ स्वास्थ्य मंत्री की बैठक
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्रियों से बैठक करेंगे। इसमें एयरपोर्ट्स पर कोरोना टेस्टिंग और सर्विलांस के उपायों की समीक्षा की जाएगी। कल ही भारत ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नियमों को कड़ा किया है, खासतौर से उन देशों से जहां ओमिक्रॉन केस मिले हैं।
एक्टिव केस 1 जून 2020 के बाद पहली बार 1 लाख से कम हुए
देश में कोरोना के एक्टिव केस पूरे डेढ साल बाद एक लाख से कम हुए हैं। आज एक्टिव केस की संख्या 99,753 है। पिछले साल 1 जून को 97,009 एक्टिव मामले थे। रिकवरी रेट 98.35% है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच एक्टिव केस कम होना राहत की खबर है। बीते 24 घंटों में देश में 9,765 नए केस दर्ज किए गए हैं। 477 लोगों की कोरोना संक्रमण से जान गई है, जबकि 8,548 लोगों ने इस बीमारी को मात दी है।
मुंबई में इंटरनेशनल फ्लाइट से लौटने वाले तीन लोग पॉजिटिव
देश में इंटरनेशनल फ्लाइट से लौटने वालों का RT-PCR टेस्ट करने की गाइडलाइंस लागू होने के बाद बुधवार को मुंबई में तीन पैसेंजर पॉजिटिव मिले। ये पैसेंजर मॉरीशस और लंदन से लौटे थे। इनके अलावा मंगलवार को आइसोलेट किए गए एक विदेशी यात्री की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी बुधवार को पॉजिटिव आई है।
इन चार नए मामलों के साथ ही अब मुंबई में नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन के संदिग्ध केस की संख्या पांच हो गई है। इन चारों के सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ने बूस्टर डोज के रूप में कोवीशील्ड के लिए DCGI की मंजूरी मांगी
पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट (SII) ने भारत में बूस्टर डोज के रूप में कोवीशील्ड वैक्सीन के लिए DCGI से अनुमति मांगी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने देश में वैक्सीन के पर्याप्त स्टॉक और नए कोरोना वायरस वैरिएंट के उभरने की आशंका के चलते बूस्टर शॉट की मांग का हवाला दिया है।
देश के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) को दिए आवेदन में सीरम इंस्टीट्यूट के नियामक मामलों के डायरेक्टर प्रकाश कुमार सिंह ने बताया कि ब्रिटेन की मेडिकल रेगुलेटरी ने एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक को पहले ही मंजूरी दे दी है। ऐसे में भारत में भी कंपनी के वैक्सीन को मंजूरी देनी चाहिए।